Edited By Nitish Jamwal, Updated: 12 Jun, 2024 05:12 PM
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नवनिर्वाचित केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैतृक गांव निंदाना में जमीन की चकबंदी का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष है ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन अधिकारियों की मिली भगत से कुछ लोगों को फायदा...
रोहतक (दीपक भारद्वाज): पूर्व मुख्यमंत्री एवं नवनिर्वाचित केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैतृक गांव निंदाना में जमीन की चकबंदी का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष है ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन अधिकारियों की मिली भगत से कुछ लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है और चकबंदी में धांधली की गई है। इसलिए वो चकबंदी वाली जमीन पर कब्जा नहीं होने देंगे, लेकिन प्रशासन व पुलिस जबरदस्ती कब्जा करना चाहती है। आज प्रसासनिक अधिकारियों व पुलिस की मौजूदगी कब्जा करवाया जा रहा है लेकिन गांव वाले इसको मानने को तैयार नही इस लिए गांव में तनाव का माहौल है। तनाव को देखते हुए महम के डीएपी व एसडीएम दलबीर फौगाट मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं।
निदाना गांव के ग्रामीणों का कहना है कि सरकार चकबंदी करवा रही है, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण धांधली की जा रही है जिसके कारण ग्रामीण नाराज हैं। जिस किसान को फायदा है वो इस बात को लेकर खुश हैं, कुछ जमीन के कब्जे को लेकर नाराज हैं इसलिए तनाव का माहौल है।
महम ब्लॉक के एसडीएम दलवीर फौगाट ने बताया कि सरकार के आदेश के अनुसार जिन गांवों में चकबंदी नहीं हो रही उन गांव में चकबंदी की जा रही है और चकबंदी के अनुसार किसानों को उनकी जमीन आवंटित की जा रही है, लेकिन कुछ लोग इस फैसले को मानने को तैयार नहीं और कुछ लोग पूरी तरह से फैसले से खुश हैं। ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि वो चकबंदी की जमीन पर ही फैसला करें और भाईचारा व कानून व्यवस्था खराब ना करें।
महम के डीएसपी संदीप कुमार का कहना कि कुछ ग्रामीणों में गलतफहमी की वजह से ये विवाद है उनको समझाया जा रहा है लेकिन किसी को भी कानून व्यवस्था खराब नही करने नही दी जाएगी अगर कोई व्यक्ति कानून व्यवस्था को अपने खराब करता हुआ मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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