शतक पूरा करने वाली ‘उड़नपरी दादी’ ने छु़ड़ाए सबके छक्के, मलेशिया में बनाया वर्ल्ड रिकार्ड... जीते कई मेडल

Edited By Manisha rana, Updated: 27 Sep, 2023 12:41 PM

udanpari dadi  who completed a century saved everyone s sixes

ढलती उम्र में ‘उड़नपरी दादी’ के नाम से मशहूर 106 वर्षीय रामबाई की रफ्तार देख युवाओं के भी छक्के छूट जाएंगे। रामबाई ने अपने सपने काे पूरा करते हुए विदेशी धरती पर चार मेडलों पर कब्जा करते हुए वर्ल्ड रिकार्ड बना डाला। उम्र का शतक पूरा कर चुकी रामबाई ने...

चरखी दादरी (पुनीत) : ढलती उम्र में ‘उड़नपरी दादी’ के नाम से मशहूर 106 वर्षीय रामबाई की रफ्तार देख युवाओं के भी छक्के छूट जाएंगे। रामबाई ने अपने सपने काे पूरा करते हुए विदेशी धरती पर चार मेडलों पर कब्जा करते हुए वर्ल्ड रिकार्ड बना डाला। उम्र का शतक पूरा कर चुकी रामबाई ने ढलती उम्र में भी खेलने का जज्बा इस कदर हावी है कि वह लगातार देश के लिए मेडल जीतना चाहती हैं। रामबाई के मन में सरकार की ओर से आर्थिक सहायता नहीं मिलने की टीस जरूर है। इसके बावजूद उनका मेडल जीतने का जज्बा जारी रहेगा।

PunjabKesari

गांव पहुंचने पर किया गया सम्मानित

बता दें कि चरखी दादरी के गांव कादमा निवासी 106 वर्षीय रामबाई उस समय सुर्खियों में आई थी, जब उन्होंने पिछले साल बेंगलुरु में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता के दौरान 100 मीटर की फर्राटा रेस 45.40 सेकंड में पूरी कर नया रिकॉर्ड बनाया था। पहले यह रिकॉर्ड मान कौर के नाम था, जिन्होंने 74 सेकंड में रेस पूरी की थी। नेशनल रिकार्ड बनाने के बाद से रामबाई ने पीछे मुड़कर नहीं देखा तो विदेशी धरती पर खेलकर देश के लिए मेडल जीतने का मन में सपना ले पासपोर्ट भी बनवाया। उनका सपना मलेशिया में 16 व 17 सितंबर को हुई वर्ल्ड मास्टर चैंपियनशिप में पूरा हो गया। 106 वर्षीय बुजुर्ग दादी रामबाई ने रनिंग इवेंट में हिस्सा लेते हुए 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, गोला फेंक और डिस्कस थ्रो में गोल्ड मेडल जीता है। रामबाई ने 200 मीटर की दौड़ में वर्ल्ड रिकार्ड बनाकर नये आयाम स्थापित किए हैं। गांव में पहुंचने पर रामबाई को सम्मानित करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

रामबाई की दोहती शर्मिला सांगवान ने बताया कि उनकी नानी के जोश को देखते हुए गांव के खेतों में कच्चे रास्तों पर प्रेक्टिस करवाई। यहीं कारण है कि परिवार की चार पीढिय़ों ने भी पिछले वर्ष कई मेडल जीते थे। देशी खाने व कच्चे रास्तों में दौड़ लगाकर तैयारी करवाने का परिणाम है कि विदेशी धरती पर चार मेडलों पर कब्जा किया है। अगर सरकार उनकी मदद करें तो नानी रामबाई विदेशी धरती पर देश के लिए मेडल जीतने का सिलसिला जारी रख सकती हैं।

(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।) 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

Related Story

Trending Topics

IPL
Lucknow Super Giants

Royal Challengers Bengaluru

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!