एनसीआर डवलपमेंट प्लान -2040 के तहत शहर में बनाए जाएंगे दो और सरकारी अस्पताल

Edited By Isha, Updated: 27 Dec, 2019 11:19 AM

two government hospitals built ncr development plan 2040

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली से सटे फरीदाबाद के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एनसीआर डवलपमेंट प्लान-2040 के तहत दो और सिविल अस्पतालों का प्रस्ताव जिला चिकित्सा विभाग से मांगा ......

फरीदाबाद (सुधीर राघव) : केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली से सटे फरीदाबाद के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एनसीआर डवलपमेंट प्लान-2040 के तहत दो और सिविल अस्पतालों का प्रस्ताव जिला चिकित्सा विभाग से मांगा है। जिसके लिए विभाग के अधिकारियों ने भविष्य में शहर की बढ़ती आबादी को देखते हुए 200-200 बेड के दो सिविल अस्पतालों के प्रस्ताव बनाकर केन्द्र सरकार को भिजवाएं है। सबकुछ ठीक रहा तो नए साल में इन प्रस्तावों को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। 

सीएमओ से गए प्रस्तावों के अनुसार फरीदाबाद में एक 200 बेड अस्पताल नहर पार ग्रेटर फरीदाबाद और एक 200 बेड का अस्पताल सेक्टर-55 में बनाया जाएगा। इससे बीके अस्पताल पर पडऩे वाला मरीजों का भार कम हो जाएगा। वर्तमान में फरीदाबाद की आबादी 23 लाख है। इसके अलावा 5 लाख लोग ऐसे हैं जो बाहरी राज्यों से आकर यहां रह रहे हैं जिनके मूल प्रमाण पत्र नहीं है इसे देखते हुए फरीदाबाद शहर में करीब 27 लाख लोग निवास कर रहे है और इन सभी के लिए एक मात्र बीके सिविल अस्पताल ही है जहां मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया है।

बीके सिविल अस्पताल की क्षमता 210 बेड है, जहां प्रतिदिन इमरजेंसी और ओपीडी को मिलाकर 2000 लोग उपचार करवाते हैं। इसलिए एनसीआर डवलपमेंट प्लान-2040 के तहत दो अन्य अस्पतालों के लिए प्रस्ताव मांगे गए थे। प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के बाद चिन्हित एरियों में 5-5 एकड़ जमीन अस्पतालों के लिए राज्य सरकार से आवंटित करवाई जाएगी। औद्योगिक नगरी में स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर ज्यादा कुछ खास नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शहर की इतनी बड़ी आबादी के लिए मौजूदा समय में 210 बेड का एक बीके अस्पताल, बल्लभगढ़ स्थित एक सब-सिविल अस्पताल, सेक्टर-30 स्थित 30 बेड का एफ आरयू-1, सेक्टर-3 स्थित 30 बेड का एफ आरयू-2, चार सीएचसी, 13 अर्बन पीएचसी, 10 पीएचसी, 4 यूएचसी, 3 डिस्पेंसरी के अलावा ईएसआईसी के एनआईटी-3 स्थित करीब 600 बेड का एक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, 8 डिस्पेंसरी संचालित है। लेकिन ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और उनकी 8 डिस्पेंसरी में केवल ईएसआईसी के करीब साढ़े 6 लााख बीमा धारकों (आईपी) का ही उपचार किया जाता हैे।

जबकि बांकी की आबादी या तो बीके अस्पताल व सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार कराते हैं। या िफर निजी अस्पतालों की राह देखते हैं। नए अस्पतालों को केंद्र सरकार मंजूरी मिलती है तो नहर पार समेत बल्लभगढ़, सेक्टर-55 में रहने वाली आसपास की करीबी 10 लाख आबादी को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। 2040 तक बसने वाली आबादी को फायदा पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे नहर पार के ग्रेटर फ रीदाबाद समेत पल्ला, एतमादपुर, धीरज नगर, सेहतपुर, इस्माईलपुर, रोशन नगर, दीपावाली इंक्लेव, तिगांव, खेड़ीकला, भारत कॉलोनी, आईएमटी, अटाली, सुनपेड़, सेक्टर-3, सूर्या इंक्लेव, सरस्वती कॉलोनी, हर्ष विहार समेत 2 दर्जन से अधिक गांव व कॉलोनियों को फायदा होगा। उन्हें उपचार के लिए 10-15 किलोमीटर अधिक दूर बीके अस्पताल नहीं आना होगा।

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