Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 30 Apr, 2025 02:50 PM

भाजपा की सीट से मेयर बनी राज रानी मल्होत्रा एक बार फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा उनके पति को लेकर है जिन्हें नियुक्ति के महज 9 दिन बाद सलाहकार पद से पदमुक्त कर दिया गया। नगर निगम कमिश्नर अशोक गर्ग द्वारा तिलकराज मल्होत्रा को पदमुक्त किए जाने के...
गुड़गांव, (ब्यूरो): भाजपा की सीट से मेयर बनी राज रानी मल्होत्रा एक बार फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा उनके पति को लेकर है जिन्हें नियुक्ति के महज 9 दिन बाद सलाहकार पद से पदमुक्त कर दिया गया। नगर निगम कमिश्नर अशोक गर्ग द्वारा तिलकराज मल्होत्रा को पदमुक्त किए जाने के संदर्भ में आदेश जारी किए गए हैं।
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दरअसल, चुनाव जीतने के बाद से ही मेयर राज रानी मल्होत्रा चर्चा में है। पहले उनके जाति प्रमाणपत्र को लेकर चर्चा चली आ रही है। आरोप है कि राज रानी मल्होत्रा ने फर्जी तरीके से बीसीए कैटेगरी का प्रमाणपत्र बनवाया है जिसे रविवार के दिन प्रशासन ने जारी किया है जबकि वह इस कैटेगरी में आती ही नहीं हैं। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। अभी यह मामला थमा भी नहीं था कि 9 दिन पहले अपने पति को सलाहकार पद पर नियुक्त कराने वाली राज रानी मल्होत्रा एक बार फिर चर्चा में आ गई।
वहीं, इस मामले में कांग्रेस ने भी चुटकी ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर की मानें तो शुरू से ही डमी मेयर के रूप में जानी जाने वाली राज रानी मल्होत्रा द्वारा परिवारवाद को बढ़ावा दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि यह भी जांच का विषय है कि आखिर उनके पति को सलाहकार पद पर किस अधिकारी द्वारा नियुक्त किया गया।