लोकतंत्र को मजबूती देंगे छात्र संघ चुनाव

Edited By Deepak Paul, Updated: 04 Oct, 2018 11:49 AM

students union elections will strengthen democracy

छात्र राजनीति का देश की राजनीति में विशेष महत्व रहा है। छात्र राजनीति ने देश व प्रदेश को विधायक से लेकर प्रधानमंत्री तक दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्त मंत्री अरुण जेटली स्वयं छात्र राजनीति से राजनीति में आए और वे भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री...

कैथल(महीपाल): छात्र राजनीति का देश की राजनीति में विशेष महत्व रहा है। छात्र राजनीति ने देश व प्रदेश को विधायक से लेकर प्रधानमंत्री तक दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्त मंत्री अरुण जेटली स्वयं छात्र राजनीति से राजनीति में आए और वे भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बने। हरियाणा सरकार ने अक्तूबर में छात्र संघ के चुनाव करवाने की घोषणा की है। 22 साल से हरियाणा के कालेजों व विश्वविद्यालयों में छात्र संगठनों के चुनाव नहीं हो रहे थे जो गैर-लोकतांत्रिक कदम था। जब 18 वर्ष का युवा देश में मतदान कर सकता है तो छात्र संघ चुनावों से शिक्षा संस्थानों में राजनीतिक दलों का हस्तक्षेप बढऩे का तर्क अपने आप में औचित्यहीन था। हरियाणा के विभिन्न कालेजों व विश्वविद्यालयों में छात्र संघ के चुनाव से लोकतंत्र मजबूत होगा।

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली छात्र राजनीति से राजनीति में उतरे। वे भाजपा के छात्र विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठतम नेता रहे हैं। छात्र राजनीति ने देश और प्रदेश को बहुत से नेता दिए जो सरकार में मंत्री, विधायक, चेयरमैन, वकील, बिजनेसमैन दिए जो सबके लिए प्रेरणादायक हैं। केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह व हरियाणा के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े जवाहर यादव मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ओ.एस.डी. रहे हैं। कैथल विधायक एवं पूर्व मंत्री रणदीप सुर्जेवाला छात्र राजनीति से राजनीति में आए। वे वर्तमान में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मीडिया सैल के प्रभारी हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कौर कमेटी के सदस्य हैं। केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा स्वयं छात्र राजनीति से राजनीति में आए।

 पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला भी छात्र राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय रहे और उन्होंने इनैलो के लिए छात्र विंग इनसो की स्थापना की। इनैलो नेता दिग्विजय सिंह चौटाला भी छात्र राजनीति से राजनीति में आए हैं जो वर्तमान में इनैलो के छात्र विंग इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और इन्होंने छात्र संघ चुनाव के लिए एक अभियान चलाकर लड़ाई लड़ी। इनके पिता इनैलो के वरिष्ठतम नेता अजय सिंह चौटाला भी छात्र राजनीति में गहरी रुचि रखते रहे हैं। 

प्रदेश कांग्रेस के प्रधान डा. अशोक तंवर भी छात्र राजनीति से राजनीति में आए और वे कांग्रेस के छात्र विंग एन.एस.आई. के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी छात्र राजनीति में सक्रिय रहे और अब दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव में प्रचार करते हैं। कैथल के गांव दुब्बल से जयप्रकाश छात्र राजनीति से ही हिसार से कई बार सांसद बने। लीला राम जो कैथल आर.के.एस.डी. कालेज छात्र संघ के 1984 में प्रधान बने थे और वे छात्र राजनीति से राजनीति में आए तथा इनेलो सुप्रीमो के नेतृत्व में आए और 2000 में इनैलो की टिकट पर कैथल से विधायक बने। 

सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी छात्र राजनीति में सक्रिय रहे और अब दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव में प्रचार करते हैं।  कैथल जिले के नेपाल सिंह हाबड़ी और शमशेर सिंह कुंडू कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की राजनीति में बहुत सक्रिय रहे, चुनाव लड़े, वे वर्तमान में अधिवक्ता हैं और जिला बार एसोसिएशन के सचिव भी रह चुके हैं। इसके अलावा सुंदरपाल छात्र राजनीति से राजनीति में आए और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेद्र सिंह हुड्डा के प्रैस सलाहकार रहे।

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