Edited By Manisha rana, Updated: 18 Feb, 2024 04:45 PM
किसान आंदोलन के चलते दिल्ली में प्रवेश की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। आवाजाही ठप होने का असर यमुनानगर के प्लाईवुड, बर्तन उद्योग एवं सैनिटरी उद्योग पर देखने को मिल रहा है।
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : किसान आंदोलन के चलते दिल्ली में प्रवेश की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। आवाजाही ठप होने का असर यमुनानगर के प्लाईवुड, बर्तन उद्योग एवं सेनेटरी उद्योग पर देखने को मिल रहा है। दिल्ली सीमा बंद होने से यमुनानगर की ईकाइयों में तैयार 80 प्रतिशत माल यही पड़ा हुआ है। पांच दिन से तैयार माल की आपूर्ति नहीं होने से व्यापारी भी परेशान हैं।
250 से 300 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ प्रभावित
व्यापारियों के अनुसार प्लाईवुड, बर्तन उद्योग का माल अधर में लटका हुआ है। जिससे अभी तक करीब 250 से 300 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। यमुनानगर प्लाईवुड, बर्तन उद्योग की फैक्ट्रियों में तैयार माल देश के करीब सभी राज्यों में भेजा जाता है। दिल्ली में प्लाईवुड, बर्तन उद्योग का बड़ा बाजार है। यहां की फैक्ट्रियों में तैयार माल पहले दिल्ली और फिर वहां से पूरे देश में भेजा जाता है। दिल्ली माल न पहुंच पाने के कारण लगभग देशभर में प्लाईवुड, बर्तन उद्योग की सप्लाई में कमी आई है। दिल्ली बॉर्डर सील होने से यमुनानगर में तैयार करोड़ों का प्लाईवुड, बर्तन फैक्ट्रियों में ही पड़ा है।
पांच दिन से ट्रांसपोर्ट से दिल्ली के लिए प्लाईवुड, बर्तन के ट्रक नहीं भेजे जा रहे हैं। जो ट्रक दो दिन पहले भेजे गए थे, वे भी रास्ते में ही फंसे खड़े हैं। प्लाईवुड, बर्तन उद्योग की सप्लाई न होने के कारण प्लाईवुड, बर्तन उद्योग निर्माता ने भी अब फैक्ट्री में काम रोक दिया है, जिसके चलते लेबर को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अगर यह स्थितियां रही, तो आने वाले कुछ दिनों में फैक्ट्री के भी बंद होने का अंदेशा है, जिससे काम धंधे पूरी तरह प्रभावित हो सकते हैं।
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