Edited By Nitish Jamwal, Updated: 08 Jul, 2024 09:17 PM
पानीपत जिले के समालखा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रणधीर सिंह का निधन हो गया। पूर्व विधायक रणधीर दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार सुबह उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली।
पानीपत (सचिन शर्मा): पानीपत जिले के समालखा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रणधीर सिंह का निधन हो गया। पूर्व विधायक रणधीर दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार सुबह उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली।
दिल्ली के अस्पताल में सारी कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद उनका पार्थिव शरीर परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को मॉडल टाउन आवास पर लाया गया और दोपहर 3 बजे तक लोगों ने अंतिम दर्शन किये। जिसके बाद उनको अंतिम विदाई देने के लिए उनके पार्थिव शरीर को संस्कार के लिए दो नहरों के बीच शिवपुरी श्मशान घाट लाया गया। रणधीर आटा की अंतिम यात्रा में परिवार,गांव समेत शहर के सैंकड़ो गणमान्य लोग शामिल हुए। जहां उनके बेटे तेजिंदर आटा ने नम आंखों से पिता को मुखाग्नि दी। जिसके बाद पूर्व विधायक रणधीर आटा पंचतत्व में विलीन हो गए।
ये था मृत्यु का कारण
रणधीर आट्टा के बेटे तेजिंदर आटा ने बताया कि उनके पिता की पिछले एक साल से तबियत खराब चल रही थी, जिनका पानीपत के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन किडनी में ज्यादा दिक्कत होने के वजह से उन्हें करीब 10 दिन पहले दिल्ली के प्रीतमपुरा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन बीती रात करीब साढ़े 8:30 बजे उनकी किडनी में अटैक आने की वजह से डॉक्टरों ने जवाब दे दिया और उनकी मौत हो गई।
तेजिंदर आटा ने बताया कि उनके पिता ने जालंधर यूनिवर्सिटी से LLB की थी और उसके बाद उनकी मुलाकात घरौंडा में बीजेपी आरएसएस के एक नेता से मुलाकात हुई जिन्होंने उनको जन शंघ पार्टी की टिकट दी। जब उन्होंने चुनाव लड़ा तो जनता का आशीर्वाद उन्हें मिला और 150 वोटों से वह चुनाव जीतकर आए बाद में वही बीजेपी आरएसएस के नेता उनके गुरु बने।
पानीपत के प्रभारी भी बने थे रणधीर आटा
तेजिंदर सिंह आटा ने बताया चौधरी बंसीलाल को कांग्रेस पार्टी ने अपनी पार्टी से निकाल दिया जिसके बाद उन्होंने हरियाणा विकास मंच बनाया। जिससे काफी लोग जुड़े और फिर बाद में हरियाणा विकास पार्टी का गठन हुआ। जिसमें उनके पिताजी रणधीर आटा को हरियाणा विकास पार्टी की सरकार रहते हुए पानीपत जिले का प्रभारी भी बनाया गया।
तेजिंदर सिंह आटा ने बताया उनके पिताजी ने दोबारा कभी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर नहीं की क्योंकि वह कहते थे "POLITICS IS A DIRTY GAME PLAYED BY DIRTY MAN" इसके बाद वो खुद पार्टी में पहुंच गए और करण सिंह दलाल ने उन्हें चार जिलों का प्रभारी बनाया।
जानकारी के मुताबिक पूर्व विधायक रणधीर सिंह पांच बच्चों के पिता थे। उनके एक बेटा और चार बेटियां हैं। उनकी पत्नी रोशनी देवी भी बुजुर्ग हैं और गृहिणी हैं। उनके बेटे तेजेंद्र पहले पानीपत शहरी विधायक बलबीर पाल शाह के पीए थे। फिलहाल वे अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहते हैं। वहीं कोचिंग देते हैं। उनकी चारों बेटियों की शादी भी हो चुकी है।
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