Edited By Isha, Updated: 20 Apr, 2024 11:23 AM
तेज आंधी, तूफान के साथ बरसात और ओलावृष्टि से अनाज मंडी में खुले में पड़ी गेहूं की बोरियों पर ओले बिछ गये और किसान की फसल भीग गयी। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल की बालें झड़ कर गिर गये। गेहूं के साथ-साथ मक्की, टमाटर, शिमला मिर्च व सब्जियों की फसल को भी...
इन्द्रीः तेज आंधी, तूफान के साथ बरसात और ओलावृष्टि से अनाज मंडी में खुले में पड़ी गेहूं की बोरियों पर ओले बिछ गये और किसान की फसल भीग गयी। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल की बालें झड़ कर गिर गये। गेहूं के साथ-साथ मक्की, टमाटर, शिमला मिर्च व सब्जियों की फसल को भी नुकसान हुआ है। अनेक स्थानों पर लोगों द्वारा खेतों, घरों व स्कूलों में लगे आम, आलू बुखारा व बब्बूगोशा सहित अनेक फलदार पेड़ों का बौर व नन्हें फल झड़ गए हैं।
बताया गया है कि शुक्रवार दोपहर बाद 4:25 बजे अचानक मौसम खराब हो गया और तेज आंधी व तूफान शुरू हो गये। साथ ही बरसात और ओलावृष्टि भी शुरू हो गई। कुछ ही मिनट में धरती पर ओलों की सफेद चादर बिछ गई। तूफान इतना अधिक तेज था कि अनेक स्थानों पर टीन व फाइबर की छतें उड़ गई। गांव खेड़ा के खेत में किसान सुरेश कुमार की टीन की छत उड़ कईं काफी दूर चली गई।
आंधी, तूफान व ओलावृष्टि से किसानों के सपनों और अरमानों पर पानी फिर गया। खेतों में हजारों एकड़ भूमि पर अभी भी गेहूं की फसल पकी हुई थी। जिसे काटने के लिए किसान योजना बना रहे थे। कुछ किसानों ने फसल काट कर खेत में पूली बांध कर रख रखा था। अब उसे काफी नुकसान हो गया है। मक्का और लहसुन की फसल को भी नुकसान बताया जा रहा है। बहुत से किसान सरकार के फसल विविधिकरण को लागू करने के लिए सब्जियों की फसल उगाते हैं। बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि उन किसानों के लिए आफत बन जाती है। खेतों में खड़ी टमाटर, शिमला मिर्च, धनिया आदि कईं फसलों को पूरी तरह नुकसान हो गया है। गढ़ीबीरबल, तुसंग, चौगावां, हंसूमाजरा, राजेपुर, खेड़ा, नन्हेड़ा सहित अनेक स्थानों से किसानों को नुकसान हुआ है।