Edited By Shivam, Updated: 01 Jul, 2019 07:05 PM
हरियाणा पुलिस सेवा, सुरक्षा और सहयोग का दावा करती है, लेकिन ये सिर्फ झूठा दिखावा है। न तो पुलिस में सेवा भाव है, न वो जनता की सुरक्षा कर रही है और न ही अपराध ग्रस्त लोगों का सहयोग करती है। यही कारण है कि पुलिस ने 28 मई को दर्ज हुए रेप व एक 12 साल की...
हिसार (विनोद सैनी): हरियाणा पुलिस सेवा, सुरक्षा और सहयोग का दावा करती है, लेकिन ये सिर्फ झूठा दिखावा है। न तो पुलिस में सेवा भाव है, न वो जनता की सुरक्षा कर रही है और न ही अपराध ग्रस्त लोगों का सहयोग करती है। यही कारण है कि पुलिस ने 28 मई को दर्ज हुए रेप व एक 12 साल की छोटी बच्ची के साथ छेड़छाड़ के मामले में अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है। ये आरोप रेप पीड़िता महिला व उसके पति ने हिसार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए लगाए हैं।
पीड़िता के अनुसार, उसके ताया ससुर, उसका जेठ व चचेरे देवर ने उसके साथ कई बार रेप किया। अब तो उसके ससुर ने उसकी 12 साल की बेटी के साथ छेड़छाड़ करनी शुरू कर दी। इस पर उसने आरोपियों के खिलाफ आवाज उठाने की ठानी, मगर पुलिस ने उसका साथ नहीं दिया। रेप का केस दर्ज करने के लिए उसने कई बार पुलिस के चक्कर काटे। अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वह दर-दर भटक रही है।
इस मामले में जिला पुलिस अधीक्षक, महिला आयोग, महिला व बाल विकास मंत्रालय, आईजी, डीजीपी, मुख्यमंत्री व चंडीगढ़ हाईकोर्ट तक में शिकायत दी है, लेकिन अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस के संरक्षण के चलते आरोपियों के हौसले इतने बढ़े हुए हैं कि उन्होंने उस पर हमले भी करवाने शुरू कर दिए हैं। आरोपी पुलिस से मिलीभगत करके मामले को रफादफा करना चाहते हैं।
पीड़िता ने कहा कि उक्त तीनों आरोपी उसे बदनाम करने के लिए उसकी रिश्तेदारी में फोन करके उसके चरित्र के बारे में गलत बातें बोल रहे हैं। तीनों आरोपी उस पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। पीड़िता ने कहा है कि यदि पुलिस उसे इंसाफ नहीं दे सकती है तो उसे इच्छा मृत्यु की इजाजत दी जाए। उसका जीना इस वक्त इतना दूभर हो चुका है कि उससे तो मर जाना बेहतर होगा।