Edited By Isha, Updated: 17 Nov, 2021 11:06 AM
रेवाड़ी से जैसलमेर तक बनने वाले हाइवे के रास्ते में पेट्रोल पंप बड़ी बाधक बने हुए हैं। हालात यह है कि पंप संचालकों द्वारा मुआवजा लेने के बाद भी वह मौके से हटने को तैयार नहीं हैं। पंप संचालकों का कहना है कि पंप निर्माण के लिए उन्हें खर्चा
रेवाड़ी (योगेंद्र सिंह) : रेवाड़ी से जैसलमेर तक बनने वाले हाइवे के रास्ते में पेट्रोल पंप बड़ी बाधक बने हुए हैं। हालात यह है कि पंप संचालकों द्वारा मुआवजा लेने के बाद भी वह मौके से हटने को तैयार नहीं हैं। पंप संचालकों का कहना है कि पंप निर्माण के लिए उन्हें खर्चा नहीं मिला है। वहीं एनएचएआई का कहना है कि मुआवजा के अतिरिक्त निर्माण का खर्चा देने का कोई प्रावधान ही नहीं है। इसी के चलते एनएचएआई ने पंप संचालकों को नोटिस भी थमाए हैं। इसके चलते अब जिला प्रशासनस जल्द ही पंपों के खिलाफ सख्त कदम उठा सकता है।
जिला प्रशासन ने पंप संचालकों को 18 नंवबर तक का समय दिया है। बता दें कि वर्ष 2017 में हाइवे का दर्जामि लने के बाद रेवाड़ी से जैसलमेर तक नया राजमार्ग बनाया जा रहा है। इसके तीसरे फेज जो कि अटेली से रेवाड़ी तक का है इसका काम चल रहा है। इसका भी करीब 86 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। अब पंप इसकी राह में रोड़ा बने हुए हैं। इसके चलते सर्विस लेन का काम अधूरा पड़ा है।
एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि पंप संचालकों को मुआवजा दिया जा चुका है लेकिन वह स्ट्रक्चर का खर्च मांग रहे लेकिन यह हमारे प्रावधान में ही नहीं है। उन्हें दो बार नोटिस दिए जा चुके हैं। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीके कौशिक के अनुसार तीसरे फेज का काम पूरा हो चुका है लेकिन पंपों के कारण सर्विस लेन का काम अधूरा है। वहीं पंप स्थापना के पूर्व कस्टोडियन एजेंसी से भ्भी अनूमति जरूरी है जो किसी के पास नहीं है। इसमें साफ होता है कि सडक़ विस्तार के दौरान बाधा नहीं पहुंचाई जाएगी। इसके बाद भी पंप संचालक स्ट्रक्चर नहीं हटा रहे हैं। प्रशासन को अवगत करा दिया है और इसको लेकर कल मीटिंग होगी। जल्द ही पंप हटाकर काम पूरा कर दिया जाएगा।