Edited By Manisha rana, Updated: 03 May, 2021 10:16 AM
पानीपत से करनाल मैडीकल कॉलेज के लिए ऑक्सीजन लेकर निकला टैंकर रास्ते में पंक्चर हो गया। लॉकडाऊन की वजह से मिस्त्री नहीं मिले तो पुलिस ने इसका इंतजाम किया...
करनाल : पानीपत से करनाल मैडीकल कॉलेज के लिए ऑक्सीजन लेकर निकला टैंकर रास्ते में पंक्चर हो गया। लॉकडाऊन की वजह से मिस्त्री नहीं मिले तो पुलिस ने इसका इंतजाम किया। कल्पना चावला राजकीय मैडीकल कॉलेज में सप्लाई करीब 4 घंटे लेट पहुंची। जो ऑक्सीजन दोपहर को करीब साढ़े 3 बजे तक यहां पहुंचनी चाहिए थी। वह रात को करीब साढ़े 7 बजे आई। मैडीकल कॉलेज में ऑक्सीजन का टैंकर समय पर नहीं पहुंचने से अफरा तफरी देखने को मिली। यहां एडमिट कोविड-19 के मरीजों के परिजनों को इसकी भनक लगी तो उनकी भी सांसें थम गई।
स्थिति को भांपते हुए मैडीकल कॉलेज के डॉयरैक्टर डॉ. जे.सी. दुरेजा व एम.एस. डॉ. हिमांशु मदान ने खुद मोर्चा सम्भाला। हालात खराब न हों इसलिए बैकअप के लिए रखे सिलैंडर का इस्तेमाल करने की तैयारी शुरू हो चुकी थी। इससे पहले की बैकअप की जरूरत पड़ती ऑक्सीजन का टैंकर मैडीकल कॉलेज में पहुंच गया। इसे देखकर स्टाफ व मरीजों के परिजनों ने राहत की सांस ली। पानीपत से करनाल मैडीकल कॉलेज के लिए ऑक्सीजन लेकर निकला यह टैंकर रिफाइनरी से निकलते ही पंक्चर हो गया था। इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया।
घबराएं नहीं...4 घंटे का बैकअप है
मैडीकल कॉलेज में ऑक्सीजन की स्टोरेज के लिए 10 हजार लीटर का टैंक है। इसके अलावा 560 सिलैंडर का बैकअप भी है। मैडीकल कालेज प्रबंधन की मानें तो सिलैंडर के रूप में करीब 4 घंटे का बैकअप उनके पास है। रविवार को जब पानीपत से गाड़ी आई तो मैडीकल कॉलेज के टैंक में भी ऑक्सीजन थी। डॉयरैटक्टर डा. दुरेजा ने कहा कि मरीजों को परेशान होने की जरूरत नहीं है।
मैडीकल कॉलेज में कोविड के 280 मरीजों का चल रहा इलाज
मैडीकल कॉलेज में कोविड के 280 मरीजों का इलाज चल रहा है। मैडीकल कालेज में ऑक्सीजन के साथ नॉन आई.सी.यू. बैड की संख्या 210 है। इन सभी पर मरीज हैं। इसके अलावा ऑक्सीजन के साथ आई.सी.यू. के 70 बैड हैं। यह भी फुल हैं। इसके अलावा जिले के 17 प्राईवेट अस्पतालों को भी कोविड मरीजों के इलाज के लिए अधिकृत किया गया है।
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