Edited By Saurabh Pal, Updated: 15 Feb, 2024 05:26 PM
पंजाब से हरियाणा को जोड़ने वाले सभी बॉर्डर सील हैं। वहीं पंजाब के किसान दिल्ली जाने की जिद पर अड़े हुए हैं। अपनी मांगों के लिए आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट के टिकरी, शंभू और खनौरी बॉर्डर पर जमे हुए हैं। वहीं हरियाणा के किसानों की बात करें तो अभी...
हिसारः पंजाब से हरियाणा को जोड़ने वाले सभी बॉर्डर सील हैं। वहीं पंजाब के किसान दिल्ली जाने की जिद पर अड़े हुए हैं। अपनी मांगों के लिए आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट के टिकरी, शंभू और खनौरी बॉर्डर पर जमे हुए हैं। वहीं हरियाणा के किसानों की बात करें तो अभी यहां के किसान इंतजार में हैं। इस दौरान पुलिस और प्रशासन द्वारा किसानों को रोकने के लिए किए जा रहे प्रबंधों को किसान संगठन हमला बताकर सरकार और प्रशासन की निंदा कर रहे हैं।
वहीं अब हिसार के सिसाय गांव में किसानों के समर्थन में महापंचायत का आयोजित की गई। इस महापंचायत में पंजाब के किसानों के समर्थन का फैसला लिया गया है। हिसार में किसानों द्वारा 16 फरवरी को किसान आंदोलन का गांवों में प्रचार किया जाएगा। 18 फरवरी को सभी किसान अपने अपने गांवों में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। इसके बाद 20 फरवरी को खेड़ी चौपटा में इकट्ठा होकर पंजाब के किसानों के समर्थन में खनौरी बॉर्डर के लिए रवाना होंगे।
गौरतलब है कि पंजाब की तरफ से खनौरी बॉर्डर पर किसानों अब भी जमे हुए हैं। उन्हें बैरिकेड्स लगाकर हरियाणा पुलिस व पैरा मिलिट्री फोर्स ने रोक रखा है। ऐसे में दूसरी तरफ से यदि हरियाणा के किसान बॉर्डर पर जमा होते हैं तो इस दो तरफा बॉर्डर खोलने की कोशिश को रोकना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा।
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