Edited By Deepak Paul, Updated: 08 Jul, 2018 11:19 AM
देश के बड़े महानगरों की तरह अब हरियाणा के शहरों में बने पब्लिक टायलेट तक पहुंचना आसान हो जाएगा। पब्लिक टायलेट को गूगल मैप से जोडऩे की कवायद शुरू हो गई है और जल्द ही एक साथ प्रदेश के सभी शहरों के टायलेट गूगल मैप के साथ जुड़ जाएंगे। इस योजना को सिरे...
चंडीगढ़(पांडेय): देश के बड़े महानगरों की तरह अब हरियाणा के शहरों में बने पब्लिक टायलेट तक पहुंचना आसान हो जाएगा। पब्लिक टायलेट को गूगल मैप से जोडऩे की कवायद शुरू हो गई है और जल्द ही एक साथ प्रदेश के सभी शहरों के टायलेट गूगल मैप के साथ जुड़ जाएंगे। इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए निकाय विभाग की खास टीम जुटी गई है। विभागीय अफसरों की मानें तो गूगल मैप से जोडऩे के पीछे मकसद आम आदमी को मोबाइल पर त्वरित जानकारी देना है।
गौरतलब है कि हरियाणा के अधिकांश शहरों के सार्वजनिक स्थानों पर टायलेट बनाए गए हैं। प्रदेश के कई पुराने शहरों में ऐसी मार्कीट हैं, जहां अकेले हरियाणा नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों के व्यापारियों का भी आना-जाना लगा रहता है। अम्बाला की साड़ी और रोहतक की शौरी क्लाथ मार्कीट के अलावा पानीपत में टैक्सटाइल का सबसे अधिक काम है। अम्बाला साइंस उपकरणों और जगाधरी को बर्तनों के लिए जाना जाता है। इसी तरह से भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर भी लोगों को पब्लिक टायलेट नहीं होने से परेशानी हो रही थी। इसके लिए निकाय विभाग ने प्रदेशभर में 10,394 पब्लिक टायलेट बनाने का फैसला लिया।
अभी तक 9269 टायलेट तैयार हो चुके हैं और 1125 पर अभी काम होना बाकी है। सरकार इन सभी टायलेट को गूगल मैप से जोड़ेगी, ताकि किसी भी शहर की मार्कीट या अन्य सार्वजनिक स्थान पर आने वाले लोग मोबाइल के जरिए इनका पता लगा सकें। गूगल मैपिंग होने के बाद पब्लिक टायलेट के बारे में किसी से पूछने की जरूरत नहीं होगी। मोबाइल पर केवल इतना लिखना होगा कि ‘पब्लिक टायलेट नियर मी’। इसके तुरंत बाद सम्बंधित मार्कीट या इलाके और साथ लगते एरिया के पब्लिक टायलेट की जानकारी मोबाइल पर उपलब्ध होगी।
पब्लिक टायलेट की सुविधा देने वाला हरियाणा पहला राज्य : कविता
स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन का कहना है कि यह सुविधा शुरू करने वाला हरियाणा पहला राज्य होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मुहिम के तहत विभाग ने 71 हजार मकानों को चिन्हित किया। इनमें से 53,641 घरों में टायलेट बनवाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि शहरों में पब्लिक टायलेट बनाने की मांग लंबे अर्से से व्यापारियों की ओर से की जा रही थी, जहां मौजूदा सरकार ने सभी शहरों में पब्लिक टायलेट बनाने का फैसला किया।