Edited By Deepak Paul, Updated: 16 Jan, 2019 11:32 AM
भारतीय साहित्य और संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए कला, वाणि४य और विज्ञान की तरह ही अब स्कूलों में वेद संकाय भी खोले जाएंगे। इस संकाय में दाखिला लेने वाले छात्र कर्ण और दुर्योधन की नीतियों से लेकर भारत के प्राचीन दर्शन, वेद, संस्कृत साहित्य और...
फरीदाबाद (ब्यूरो): भारतीय साहित्य और संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए कला, वाणि४य और विज्ञान की तरह ही अब स्कूलों में वेद संकाय भी खोले जाएंगे। इस संकाय में दाखिला लेने वाले छात्र कर्ण और दुर्योधन की नीतियों से लेकर भारत के प्राचीन दर्शन, वेद, संस्कृत साहित्य और व्याकरण की पढ़ाई करेंगे।
भारतीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने दसवीं कक्षा में इस नए संकाय से दाखिले भी शुरू कर दिए हैं। जल्द ही बारहवीं का भी कोर्स शुरू करने की तैयारी है। स्कूली शिक्षा व्यवस्था अभी तक ऐसा कोई कोर्स नहीं था। सिर्फ वेद विद्यालयों में प्राचीन धर्म, दर्शन और परम्पराओं की शिक्षा मिलती थी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल पर एनआईओएस ने यह पाठ्यक्रम शुरू किया है।
चार विषयों की पढ़ाई : भारतीय ज्ञान परंपरा पाठयक्रम के तहत एनआईओएस भारतीय दर्शन, वेद अध्ययन संस्कृत व्याकरण और संस्कृत साहित्य की पढ़ाई करवाएगा। छात्रों को पूरी पढ़ाई करवाएगा। छात्रों को पूरी पढ़ाई ऑनलाइन करनी होगी और अध्ययन का माध्यम संस्कृत रखा गया है। एनआईओएस ने पूरा पाठ्यक्रम तैयार कर स्टडी मैटेरियल अपने पोर्टल पर अपलोड भी कर दिया है।