Edited By vinod kumar, Updated: 04 Sep, 2021 02:52 PM
तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। पिछले 9 माह से किसान बॉर्डरों पर बैठे हुए हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो पाई हैं। इसको लेकर किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता भी हुई, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकल पाया। किसान जहां...
डेस्क: तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। पिछले 9 माह से किसान बॉर्डरों पर बैठे हुए हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो पाई हैं। इसको लेकर किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता भी हुई, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकल पाया। किसान जहां इन कानूनों को रद्द करने पर अड़े हुए हैं, वहीं सरकार इनको रद्द करने के मूड में बिल्कुल भी नहीं है। जिससे सरकार और किसानों के बीच खींचतान खत्म नहीं हो पा रही है।
इसी बीच अब आंदोलन को तेज करते हुए किसानों ने 25 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है, लेकिन अब इस तारीख को बदल दिया गया है। इस बारे भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि भारत बंद अब 25 को नहीं बल्कि 27 सितंबर को होगा। इसकी औपचारिक घोषणा संयुक्त मोर्चा की तरफ से जल्द ही की जाएगी।
इसके साथ गुरनाम चढूनी ने करनाल लाठीचार्ज को लेकर सरकार पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर को खराब करने के लिए किसान नहीं बल्कि पुलिस जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि करनाल में किसानों पर गलत लाठियां बरसाई गई। इसको लेकर 7 सितंबर को करनाल में महापंचायत होगी। बता दें कि इससे पहले घरौड़ा में करनाल लाठीचार्ज को लेकर किसानों की पंचायत हुई थी। जिसमें सरकार को अल्टीमेटम दिया गया था कि लाठीचार्ज के लिए दोषी अफसरों पर मामला दर्ज हो। इसके लिए सरकार को 6 सितंबर तक वक्त दिया है, अगर सरकार नहीं मानी तो 7 को करनाल में बड़ी पंचायत होगी। जिसके बाद मार्केट कमेटी का घेराव करेंगे।
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