मोरनी गैंगरेप मामला: पीड़िता के लिए सफेद हाथी साबित हुआ पहला गुलाबी थाना (VIDEO)

Edited By Shivam, Updated: 21 Jul, 2018 03:39 PM

पंचकूला में खुला पहला गुलाबी थाना गैंग रेप पीड़िता के  लिए सफ़ेद हाथी ही साबित हुआ। पीड़िता जब दुष्कर्मी के आरोपियों की चंगुल से निकल कर अपने पीटीआई के साथ पहुंची थी तो यह गुलाबी था उसके लिए काला थाना साबित हुआ 7  ज्यूरिडिक्शन के बहाने बना कर हरियाणा...

पंचकूला(धरणी): पंचकूला में खुला पहला गुलाबी थाना गैंग रेप पीड़िता के  लिए सफ़ेद हाथी साबित हुआ। पीड़िता जब आरोपियों की चंगुल से निकल कर अपने पीटीआई के साथ पहुंची थी तो यह गुलाबी था उसके लिए काला थाना साबित हुआ। ज्यूरिडिक्शन के बहाने बना कर हरियाणा के पंचकूला की पुलिस जिस सामूहिक दुष्कर्म को डील करने से गुरेज करने में लगी थी, मनीमाजरा चंडीगढ़ पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई ने पंचकूला पुलिस व महिला थाने की कार्यप्रणाली की पोल पट्टी खोल कर रख दी।

बता दें कि 18 अगस्त 2017 को हरियाणा का पहला गुलाबी महिला थाना पंचकूला में खुला था। गुलाबी रंग इसकी अलग पहचान बनाने के लिए किया गया है ताकि दूर से महिलाओं को यह नजर आ सके। पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इस थाने का उद्घाटन डीजीपी बीएस संधू ने किया था। तब उन्होंने बताया था कि महिला थाने का रंग गुलाबी करने से महिलाओं को सुविधा होगी। उन्हें थाने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।

जीरो एफआईआर दर्ज होने के दावे की पोल पट्टी खुली
हैवानियत व दरिंदगी का शिकार हुई 22 वर्षीय महिला की शिकायत पर कार्रवाई करने व पीड़ित को डॉक्टरी सुविधा मुहैया करवाने से मना करने वाली पंचकूला पुलिस की कार्यप्रणाली ने मुख्यमंत्री द्वारा हरियाणा में ज़ीरो एफआईआर दर्ज होने के दावे की पोल पट्टी खोल दी।

नहीं दर्ज की गई जीरो एफआईआर
मोरनी गैंग रेप में पीड़िता को महिला पुलिस से कोई न्याय नहीं मिला। जो मुकदमा महिला के बयानों पर मोरनी चौकी या महिला थाना में दर्ज होना था वह मुकदमा चंडीगढ़ पुलिस को मनी माजरा में दर्ज करना पड़ा तथा इस मामले को चंडीगढ़ पुलिस ने पंचकूला पुलिस को ट्रांसफर करना पड़ा। 

हरियाणा के एक मात्र पहाड़ी के क्षेत्र में मोरनी में एक मात्र पुलिस चौकी है। इस पूरे क्षेत्र में पहले भी महिला उत्पीडऩ और छेड़छाड़ की वारदात हो चुकी है, इसके बावजूद भी यहा पुलिस फोर्स आज तक नहीं बढ़ाई गई है। पीड़िता के पति का कहना है कि उसको जब पता लगा कि उनकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है तो उसने 100 नम्बर पर पुलिस को फोन किया तो उन्होंने कहा कि महिला थाना में शिकायत करो। 

पीड़िता का पति महिला थाना गया तो उन्होंने कहा कि जब आपकी घरवाली आए तब थाने आना। जब उसकी घरवाली आई तो उसकी तबियत खराब देख कर वह उसे सैक्टर 6 पंचकूला अस्पताल ले गया। वहां अस्पताल प्रशासन ने कहा कि यह तो पुलिस का मामला है। तब फिर 100 नम्बर पर फोन किया तो पुलिस के आने की बात की कही गई, लेकिन कोई नहीं आया। उसके बाद वह चंडीगढ़ पुलिस के पास गया।

इलाज न मिलने पर विज के तल्ख तेवर
पीड़िता को पुलिस द्वारा कोई भी राहत न मिलने व पंचकूला सैक्टर 6 के अस्पताल में इलाज न मिलने के मामले को संज्ञान में लेते हुए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने तुरंत सिविल सर्जन पंचकूला को जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में सीएमओ से रिपोर्ट मांगी गई है। 

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