Edited By Shivam, Updated: 23 Nov, 2021 11:44 PM
जब एक शहीद जवान को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाए तो उसके गांव को इससे बड़े गर्व की बात कुछ और नहीं हो सकती। इस गर्व को महसूस करने वाला गांव हरियाणा के जिला रेवाड़ी का गांव राजगढ़ है। राजगढ़ के निवासी शहीद हरी सिंह को 22 नवंबर को राष्ट्रपति रामनाथ...
रेवाड़ी (मोहिंदर): जब एक शहीद जवान को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाए तो उसके गांव को इससे बड़े गर्व की बात कुछ और नहीं हो सकती। इस गर्व को महसूस करने वाला गांव हरियाणा के जिला रेवाड़ी का गांव राजगढ़ है। राजगढ़ के निवासी शहीद हरी सिंह को 22 नवंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा शौर्य चक्र से नवाजा गया, जिसके लिए उनकी वीरांगना पत्नी राधा को शौर्य चक्र से नवाजा गया। जिसके बाद शहीद के घर में ही नहीं बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है।
लेकिन एक मां के आंचल से उसके बेटे का छिन जाने का दर्द सिर्फ मां ही समझ सकती है। शहीद हरी सिंह का मां पिस्ता देवी को उनके बेटे को शौर्य चक्र से नवाजे जाने की खुशी तो बेहद है। लेकिन उनकी यह खुशी आंखों में आंसुओं के साथ छलक जाती है, जब वह ममतापूर्ण होकर कहती हैं कि यह सम्मान उनके बेटे के हाथों में दिया जाता तो वे ज्यादा खुश होती, लेकिन बेटे की शहादत के कारण यह नहीं हो पाया।
शहीद हरी सिंह की मां पिस्ता देवी ने कहा कि उनकी बहू को सम्मान मिलने वो बहुत ज्यादा गर्वान्वित हैं लेकिन बेटे को सम्मान मिलता तो ज़्यादा खुशी होती। पिस्ता देवी ने अपने बेटे की प्रतिमा पर फूल चढ़ाने के लिए खुद अपने हाथों से फूलों की माला तैयार की। इस दौरान नम आंखों से उन्होंने कहा कि मोदी सरकार उन्हें सम्मान दे रही है वह ठीक है लेकिन बेटे के बगैर सब कुछ सूना है।
बता दें कि 18 फरवरी 2019 को पुलवामा में आतंकियों से लोहा लेते समय राजगढ़ की माटी का लाल हरी सिंह शहीद हो गए थे।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)