Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 19 Nov, 2022 09:12 PM

शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है,जहां एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की लापरवाही से नवजात बच्ची की जान चली गई।
कैथल(जयपाल): शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है,जहां एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की लापरवाही से नवजात बच्ची की जान चली गई। परिजनों ने सरकार से अस्पताल के कर्मचारियों और अधिकारियों पर करने की गुहार लगाई। जिससे आने वाले समय में ऐसी कोई घटना न हो।
बता दें कि पूरा मामला कैथल के कलायत सरकारी अस्पताल का है, जहां पर आज एक महिला की डिलीवरी होनी थी। जिसके बाद परिजनों ने उसे अस्पताल ले गए। इस दौरान महिला प्रसव पीड़ा से छटपटा रही थी,लेकिन डॉक्टरों ने उसकी एक नहीं सुनी और परिजनों को फटकार लगाते हुए उसे नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया। जबकि कलायत अस्पताल में प्रसव कराने का पूरा बन्दोबस्त है।
जिसके बाद परिजनों ने एंबुलेंस को फोन किया तो चालन ने जवाब दिया कि वह दो घण्टे तक नहीं आ सकता है। इधर महिला दर्द बढ़ता जा रहा था। परिजनों के निजी गाड़ी का इंतजाम करके नागरिक अस्पताल ले गए। इस दौरान डॉक्टरों ने 5 मिनट के अंदर ही प्रसव तो करा दिया, लेकिन उसकी नन्हीं सी बच्ची की जा लगी गई। परिजनों ने इस पूरे घटनाक्रम का आरोप कलायत के सरकारी हॉस्पिटल के स्टाफ और डॉक्टर पर लगाया है। जिन का कहना है कि हॉस्पिटल के स्टाफ हो डॉक्टर की वजह से उनकी बच्ची की जान चली गई है और पीड़िता की जान बाल बाल बचा है। इसीलिए उन्होंने सरकार से लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों को उनके पद से हटाने की मांग की है।
इस मामले में नागरिक अस्पताल के डॉक्टर दीपिका का कहना है कि जब पीड़िता उनके पास आई तो उसकी आधी डिलीवरी हो चुकी थी,जिसके बाद पूरी डिलीवरी कर्रवाई गई। यह काम कलायत अस्पताल में भी हो सकता था। उन्होंने कहा कि किसी कारणवश बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ।
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