Edited By Manisha rana, Updated: 07 Mar, 2024 03:15 PM
कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो उछालों यारो। यह कहावत सच कर दिखाई है गोहाना के छोटे से शहर के रहने वाले रमन जांगड़ा ने। रमन जांगड़ा इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट में नियुक्त हुए है। रमन ने आल इंडिया रैंकिंग में 24वां रैंक हासिल...
गोहाना (सुनील जिंदल) : कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो उछालों यारो। यह कहावत सच कर दिखाई है गोहाना के छोटे से शहर के रहने वाले रमन जांगड़ा ने। रमन जांगड़ा इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट में नियुक्त हुए है। रमन ने आल इंडिया रैंकिंग में 24वां रैंक हासिल किया है। रमन जांगड़ा मध्य परिवार पिछड़े वर्ग से आते है।
रमन ने बताया कि उनके पिता आर्मी में थे, उनका शुरू से ही आर्मी में जाने का सपना था, वह सपना पूरा हुआ है। मैं बहुत खुशी और गर्व महसूस कर रहा हूं। रमन जांगड़ा की नर्सरी से मैट्रिक की शिक्षा गीता विद्या मंदिर में हुई। 11वीं जे.के.आर. स्कूल और 12वीं सी.आर. स्कूल से की। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के साउथ कैंपस स्थित दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स से बी.ए. की। बी.ए. में वह गोल्ड मेडलिस्ट रहे। उसके बाद डी.यू. के नॉर्थ कैंपस से एल.एल.बी. भी की। वहीं रमन के माता-पिता ने भी अपने बेटे की कामयाबी पर खुशी हाजिर की है। उन्होंने कहा उनका बेटा सेना में लेफ्टिनेंट बना है।
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