Edited By Isha, Updated: 09 Mar, 2020 09:28 AM
हरियाणा पुलिस ने वर्ष 2019 दौरान 2,381 ऐसे बच्चों को परिवारों से मिलवाया है, जो बिछड़े गए थे। इनमें 1,150 लड़के और 1,231 लड़कियां शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक (डी.जी.पी.) मनोज यादव ने .....
चंडीगढ़ : हरियाणा पुलिस ने वर्ष 2019 दौरान 2,381 ऐसे बच्चों को परिवारों से मिलवाया है, जो बिछड़े गए थे। इनमें 1,150 लड़के और 1,231 लड़कियां शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक (डी.जी.पी.) मनोज यादव ने बताया कि वर्ष 2019 दौरान 1,929 बच्चों को जिला पुलिस टीमों और 452 को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने परिजनों के सुपुर्द किया।
उन्होंने कहा कि अभियान के तहत, पुलिस टीमें रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और धार्मिक स्थलों जैसे सार्वजनिक स्थानों व आश्रय गृह जैसी संस्थाओं पर जाकर ऐेसे बच्चों की तलाश करती हैं जो परिवार से अलग हो गए हों। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित कर्मियों की टीम गंभीरता से काम करते हुए बच्चों की काऊंसिं्लग कर जरूरी जानकारी जुटाते हुए औपचारिकताएं पूरी कर परिजनों से मिलवाती है।
हरियाणा पुलिस द्वारा महिला और बाल विकास विभाग, श्रम विभाग, बाल कल्याण परिषद और गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से लापता बच्चों को फिर से परिवार से जोडऩे के लिए महत्वपूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। वर्ष वार आंकड़ों का ब्यौरा देते हुए, डी.जी.पी. ने कहा कि राज्य पुलिस ने वर्ष 2018 में 2409 लापता बच्चों को तलाश कर परिवार को सौंपा।
इसी प्रकार, साल 2017 में 2,343 बच्चों, वर्ष 2016 में 2,123 और वर्ष 2015 में 2,287 बच्चों को फिर से घरवालों से मिलवाया। इसके अतिरिक्त, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा वर्ष 2015 से 2019 तक कुल 9,417 बाल भिखारियों और 6,926 बाल श्रमिकों को भी छुड़वाया गया।