Edited By Isha, Updated: 17 Aug, 2024 07:37 PM
रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा निकाली जा रही हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा प्रदेश सरकार के लिए चुनौती बन गई है। मुख्यमंत्री समेत भाजपा के सभी नेता इस यात्रा के माध्यम से कांग्रेस को घेर रहे हैं।
चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी): रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा निकाली जा रही हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा प्रदेश सरकार के लिए चुनौती बन गई है। मुख्यमंत्री समेत भाजपा के सभी नेता इस यात्रा के माध्यम से कांग्रेस को घेर रहे हैं। बीजेपी के नेताओं द्वारा इसी यात्रा को आधार बनाकर कांग्रेस से सवाल पूछे जा रहे हैं। पिछले करीब दो माह से चल रही यात्रा के माध्यम से दीपेंद्र सिंह हुड्डा पहली बार 90 विधानसभा हलकों में जहां कार्यकर्ताओं से रूबरू हो रहे हैं वहीं जनता की नब्ज भी टटोल रहे हैं।
रोहतक क्षेत्र में दीपेंद्र हुड्डा की छवि हमेशा से एक मिलनसार और विनम्र नेता के रूप में रही है। राजनीतिक तौर पर इस यात्रा से पहले दीपेंद्र की छवि एक विशेष क्षेत्र के नेता की रही है लेकिन हिसाब मांगो यात्रा के माध्यम से दीपेंद्र प्रदेश स्तरीय नेता के रूप में स्थापित हो गए हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में, जाट बनाम गैर-जाट की राजनीति ने दीपेंद्र को चुनाव हरवा दिया था, वह महज 7,000 वोटों से हार गए थे। 2024 के लोकसभा चुनावों में दीपेंद्र ने 3.5 लाख वोटों से जीत हासिल की, जो उत्तर भारत में राहुल गांधी की जीत के बाद दूसरी सबसे बड़ी जीत है। दीपेंद्र हुड्डा की यात्रा का पहला चरण सोमवार को पूरा होगा। जिसके माध्यम से अब तक वह 32 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। माना जा रहा है कि इस यात्रा के माध्यम से दीपेंद्र हुड्डा उन आवेदकों की राजनीतिक ताकत और लोगों में पकड़ का आंकलन कर रहे हैं जिन्होंने कांग्रेस की टिकट के लिए आवेदन किया है।
अपने संवाद के माध्यम से दीपेंद्र टिकट के दावेदारों को परखने के अलावा जनता से उनके क्षेत्र की समस्याओं पर फीडबैक भी ले रहे हैं। इस फीडबैक को उनके द्वारा चुनाव घोषणा पत्र समिति को दिया जाएगा। कांग्रेस पार्टी जनता से मिले इस फीडबैक को अपने घोषणा पत्र का हिस्सा बनाएगी।