Edited By Updated: 17 Feb, 2017 04:23 PM
कबड्डी, कुश्ती जैसे खेलों की तरह हरियाणा कृषि क्षेत्र में भी पीछे नहीं है लेकिन खेती को मुनाफे का व्यवसाय कैसे बनाया जाए। इसके लिए कृषि से जुड़े वैज्ञानिकों
हिसार:कबड्डी, कुश्ती जैसे खेलों की तरह हरियाणा कृषि क्षेत्र में भी पीछे नहीं है लेकिन खेती को मुनाफे का व्यवसाय कैसे बनाया जाए। इसके लिए कृषि से जुड़े वैज्ञानिकों व इंजीनियरों को खोज करनी होगी ताकि उत्पादन लागत कम हो तथा उत्पादकता में सही गुणवत्ता हो। साथ ही कृषि विकास दर को 3 से बढ़ाकर 4 प्रतिशत पर लाना होगा। यह बात हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कही। वे आज चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित इंडियन सोसायटी ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग के 51वें वार्षिक सम्मेलन तथा एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग फॉर सस्टेनेबल एंड क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। प्रो. सोलंकी ने कहा कि कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। आज देश में 60 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि व्यवसाय पर निर्भर हैं। हमें खाद्यान्नों में तीसरे से प्रथम स्थान पर आने के लिए भरसक प्रयास करने होंगे।