Edited By Isha, Updated: 12 Feb, 2021 04:36 PM

3 कृषि कानूनों को लेकर किसानों का धरना 80वें दिन में प्रवेश कर गया है वहीं इस बीच हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बड़ा बयान दिया है। चढूनी ने कहा कि अगर सरकार एमएसपी पर कानून बनाए तो संसोधन
बहादुरगढ़(प्रवीण): 3 कृषि कानूनों को लेकर किसानों का धरना 80वें दिन में प्रवेश कर गया है वहीं इस बीच हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बड़ा बयान दिया है। चढूनी ने कहा कि अगर सरकार एमएसपी पर कानून बनाए तो संसोधन पर हो विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कृषि कानून देशहित में नहीं हैं। किसान लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज बुलंद कर रहा।
चढूनी ने कहा कि कई बार किसानों का भाईचारी तोड़ने की कोशिश की गई पर ये अब पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है। सरकार जितनी देर कर रही है उतना ही किसान आंदोलन पूरे देश में फैल रहा है। चढ़ूनी ने का कि जो राजा प्रजा के हित में काम नहीं करे उस सरकार को गिराना ही बेहतर है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को लाकर सरकार ने किसान- मजदूर को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर किया है। फसल की सरकारी खरीद से सरकार भाग रही है। इसलिए सब कुछ कार्पोरेट जगत के हाथों सौंपना चाहती है। यदि ऐसा हो गया तो किसान बर्बाद और जमीन बेचने के लिए मजबूर हो जाएगा। इन कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर किसान आंदोलनरत है, लेकिन सरकार किसान की ताकत को हल्के में ले रही है।
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