Edited By Isha, Updated: 24 Nov, 2023 11:30 AM
दल रहे मौसम के बीच जिले में बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है। जिले में सैंकड़ों लोग इससे प्रभावित हैं। अस्पतालों में ओपीडी 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है। गौरतलब है कि यह वायरल बुखार प्लेटलेट्स की कमी के कारण लगातार बढ़ रहा है।
कैथल: बदल रहे मौसम के बीच जिले में बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है। जिले में सैंकड़ों लोग इससे प्रभावित हैं। अस्पतालों में ओपीडी 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है। गौरतलब है कि यह वायरल बुखार प्लेटलेट्स की कमी के कारण लगातार बढ़ रहा है। जिला नागरिक अस्पताल में अभी तक डेंगू के समय प्लेटलेट्स की होने वाली किल्लत को दूर करने के लिए प्लेटलेट्स निकालने वाली मशीन को लाइसेंस नहीं मिला पाया है।
इस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्हें रोहतक या चंडीगढ़ पीजीआई जाना पड़ता है या फिर निजी लैब से अधिक जेबी ढीली करके प्लेटलेट्स खरीदनी पड़ती है। इस समय निजी लैब की तरफ से प्रति यूनिट प्लेटलेट्स 10 से 12 हजार रुपये में मरीजों को दी जा रही है।
अब हालात यह हैं कि निजी अस्पतालों में मशक्कत के बाद ही बेड मिल पाते हैं। सीवन और चीका में पहले ही हालात बहुत खराब हैं। चीका में तीन मौतें इस वायरल बुखार के कारण हो चुकी हैं। इन दोनाें ही खंडों में तीन हजार से अधिक लोग बुखार की चपेट में आ चुके हैं।
सीवन में प्रतिदिन 100 से अधिक ओपीडी अस्पतालों में होती है। इसके साथ ही चीका में करीब 200 की ओपीडी होती है। इसी प्रकार से जिला स्तर पर भी सामान्य अस्पताल में प्रतिदिन 300 से अधिक ओपीडी हो रही है।