आंधी-बरसात, तूफान से नहीं डरेगा किसान, 2024 तक करेंगे इंतजार: राकेश टिकैत

Edited By Isha, Updated: 20 May, 2021 05:24 PM

farmers will not be afraid of storm rain will wait till 2024 rakesh tikait

तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान पिछले कई महीनों से आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए ट्रैक्टर परेड, सड़क जाम, रेल जाम और भारत बंद जैसे कदम उठा चुका है। कोरोना संक्रमण व ब्लै

रेवाड़ी(मोहिंद्र): तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान पिछले कई महीनों से आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए ट्रैक्टर परेड, सड़क जाम, रेल जाम और भारत बंद जैसे कदम उठा चुका है। कोरोना संक्रमण व ब्लैक फंगस जैसी जानलेवा बीमारियां भी किसान को डस से मस नहीं कर सकी है। देशभर के कई राज्यों में टाउते तूफान को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया जा चुका है। लेकिन किसान की हिम्मत और हौसले अभी भी अपनी मांगों को मनवाने के लिए संघर्षशील है।

आज किसान नेता राकेश टिकैत हरियाणा राजस्थान सीमा स्थित जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर किसानों के पहुंचे। उन्होंने एक बार फिर केंद्र व राज्यों की सरकारों को ललकार ते हुए कहा कि किसान आंधी तूफान और बरसात से नहीं डरने वाला वह पूरी हिम्मत और ताकत के साथ आज भी धरना स्थल पर रुके हुए हैं। टिकैत ने कहा कि सरकार का रवैया ठीक नहीं है अगर समय रहते सरकारें ताऊ के तूफान से राहत जुटाने के लिए पुख्ता बंदोबस्त करती तो देश में इतने लोगों की मौत नहीं होती। देश का किसान अपने हकों की लड़ाई के लिए 6 महीने तो क्या 2024 तक इंतजार करेगा।

उन्होंने कहा कि किसान अपने हाथ लिए बगैर वापस घर नहीं लौटेगा। किसान नेता राकेश टिकैत के दौरे के दौरान दौरान उनके साथ जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील, किसान संघर्ष समिति से रामकिशन महलावत, किसान नेता राजू सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे। किसान नेता राकेश टिकैत ने दावते तूफान के चलते क्षतिग्रस्त किसानों द्वारा धरना स्थल पर लगाए तंबुओं का भी जायजा लिया और किसानों की हिम्मत बढ़ाई।
 

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