Edited By Nitish Jamwal, Updated: 12 Aug, 2024 02:23 PM
दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे 352 पर लगे खटकड़ टोल पर कल से किसानों ने अपना धरना पक्का कर लिया है। जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन के कई पदाधिकारी रात के समय में खटकड़ टोल पर ही रुके और बीच सड़क पर ही अपना बिस्तर लगाकर सोए।
उचाना (हरदीप श्योकंद): दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे 352 पर लगे खटकड़ टोल पर कल से किसानों ने अपना धरना पक्का कर लिया है। जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन के कई पदाधिकारी रात के समय में खटकड़ टोल पर ही रुके और बीच सड़क पर ही अपना बिस्तर लगाकर सोए।
गुरुदेव उझाना ने बताया कि कारण ये है कि जो किसान है 20 किलोमीटर के आसपास के गांव या कोई भी किसी किसान संगठन के कार्यकर्ता है। पदाधिकारी है, जो टोल कर्मचारी है। किसानों के कार्ड छीन लेते हैं। उनके साथ बदसलूकी की जाती है। गाड़ी से नीचे उतार लिया जाता है। इसीलिए खटकड़ टोल कल से फ्री किया हुआ है। ये धरना अनिश्चितकालीन है। इसका कोई समय नहीं है कि कब तक बंद रहेगा। जब तक कोई फैसला नहीं होता तब तक ऐसे ही चलता रहेगा।
किसानों ने रात को रुकने का कारण भी बताया। उन्होंने कहा कि टोल की गुंडागर्दी रोकने के लिए हमें रात को भी रुकना पड़ा। जब तक हमारा समाधान नहीं होता। तब तक चाहे दिन हो या रात। एक महीना लगे या फिर 2 महीने लगे तब तक हम यहां से जाने वाले नहीं हैं। हम ये समाधान चाहते हैं कि जो आसपास के 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांव हैं। उनके टोल फ्री किए जाएं। दूसरी बात है रवि आजाद प्रदेश अध्यक्ष BKU उनको जान से मारने की धमकी दी गई थी। जिसे जान से मारने की धमकी दी थी। उनका नंबर भी हमारे पास है। जो प्रशासन को देंगे। उस पर केस दर्ज करवाएंगे। और टोल कर्मचारी कार्ड छीनते हैं। चाहे वह किसी भी यूनियन का हो उनसे दुर्व्यवहार किया जाता है। उनके मैनेजर जब तक किसानों के सामने आकर पंचायत में माफी नहीं मांगता है। तब तक ये धरना चलता रहेगा।
उन्होंने कहा कि जब तक टोल का मैनेजर माफ़ी ना मांगे और यहां से निष्कासित ना किया जाए तब तक धरना जारी रहेगा और उसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। कल मीटिंग में बातचीत हुई थी तो उन्होंने झूठ बोला कि उनके पास फोन आते हैं। और बोलते हैं कि हमारी 10 गाड़ियां आ रही हैं जिनको टोल से फ्री निकल जाए। किसान संगठन के पास अपनी गाड़ी पर झंडा होता है। अपनी यूनियन का बैनर और बिल्ला होता है। उसी की हिसाब से चलते हैं। सभी अलग-अलग संगठनों ने अपने पदाधिकारीयों को आई कार्ड बना कर दिए हुए हैं। यह लोग उनसे जबरदस्ती कार्ड छीनते हैं। आज भी इनके पास सैकड़ो आई कार्ड पड़े हुए हैं।
सभी यूनियन के पदाधिकारीओं ने अपने-अपने कार्ड बना करके दे रखे हैं। लेकिन उसके बाद भी यहां खटकड़ टोल पर मौजूद कर्मचारी उनसे मारपीट करते हैं और बदसलूकी करते हैं। ज्यादातर यहां खटकड़ गांव के लोग हैं। जिनके साथ हाथापाई भी की थी। वो यहां सिक्योरिटी मैनेजर है। जो लगातार लोगों के आई कार्ड और कई लोगों के तो उन्होंने आधार कार्ड भी छीन कर बैग में रखे हुए हैं।
कल पुलिस प्रशासन के एसएचओ और एसआई उन्होंने कहा कि हम आपके साथ हैं। किसानों के साथ हैं। क्योंकि गोली मारने की धमकी यह लोग दे रहे हैं हम नहीं दे रहे। हमारी किसी के साथ व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। बात है सिर्फ यह दुर्व्यवहार की यह अपना व्यवहार ठीक कर ले और आसपास के 20 किलोमीटर के दायरे में जितने भी गांव आते हैं उनका टोल माफ किया जाए। खटकड़ टोल हरियाणा का सबसे महंगा टोल है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)