Edited By Shivam, Updated: 31 Oct, 2018 09:32 PM
सोनीपत के गांव नाथुपुर में गोभी की फसल उगाने वाले किसानों पर अज्ञात बीमारी की मार पड़ी है। गांव नाथूपुर, सबौली, बारोटा व प्रीतमपुरा में गोभी की फसल बीमारी की चपेट में आकर बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। किसानों ने प्रशासन पर भी अनदेखी का आरोप...
सोनीपत (पवन राठी): सोनीपत के गांव नाथुपुर में गोभी की फसल उगाने वाले किसानों पर अज्ञात बीमारी की मार पड़ी है। गांव नाथूपुर, सबौली, बारोटा व प्रीतमपुरा में गोभी की फसल बीमारी की चपेट में आकर बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। किसानों ने प्रशासन पर भी अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग की है। वहीं अधिकरियों की टीम ने मौके पर पहुंच कर सभी का सैंपल लिया और जल्द ही इसके निपटान की बात कर रहा हैं।
जीटी रोड के पास दिल्ली से सटे क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसान सब्जियों की खेती करते हैं। उन्हें अपनी सब्जियों की सप्लाई के लिए आजादपुर की अंतरराष्ट्रीय मंडी नजदीक पड़ती है। वर्तमान में नाथूपुर सहित करीब आधा दर्जन गांवों में किसानों ने गोभी की फसल उगा रखी है। गोभी में फूल भी आने शुरू हो गए हैं, लेकिन फूल तोडऩे से पहले ही फसल बीमारी की चपेट में आकर नष्ट होने लगी है। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
क्षेत्र में अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से करीब 100 एकड़ गोभी की फसल प्रभावित हुई है। ऐसे में किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर रोष प्रकट करते हुए बताया कि उनकी फसल लगातार खराब होती जा रही है। इस संंबंध में संबंधित विभाग और अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है, परन्तु अब तक उनकी समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। जिसके चलते उन्हें हर रोज नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों ने बताया कि उन्होंने जमीन को 35 से 40 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से पट्टे पर ले रखा है। फसल बर्बाद होने से कर्ज के डूबने की कगार में पहुंच गए हैं। क्षेत्र में फसल बर्बादी का सबसे बड़ा कारण आसपास की फैक्टरियों से होने वाला प्रदूषण है। जब भी पूर्व की तरफ से हवा चलती है तो इसका असर उनकी फसलों पर पड़ता है।
शिकायत के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बताया कि गोभी की फसल के खराब होने की शिकायत मिली हैं, मौके पर जिला बागवानी और कृषि विभाग की टीम आई है, सभी का सैंपल लिया जा रहा है, जल्द ही इस का निपटान किया जाएगा।