मनोहर लाल का ‘कमाल’, अब भाजपा की जय-जयकार करेंगे लालों के ‘लाल’

Edited By Manisha rana, Updated: 20 Jun, 2024 11:26 AM

family members of these three political leaders will do politics bjp flag

हरियाणा की सियासत में लंबे समय तक शासन करने वाले प्रदेश के तीन लालों चौ. देवीलाल, चौ. बंसीलाल व चौ. भजनलाल ने समय-समय पर जहां प्रदेश की सियासत को प्रभावित किया है तो राष्ट्रीय राजनीति में भी अपना प्रभाव छोड़ा है।

चंडीगढ़ : हरियाणा की सियासत में लंबे समय तक शासन करने वाले प्रदेश के तीन लालों चौ. देवीलाल, चौ. बंसीलाल व चौ. भजनलाल ने समय-समय पर जहां प्रदेश की सियासत को प्रभावित किया है तो राष्ट्रीय राजनीति में भी अपना प्रभाव छोड़ा है। यूं तो तीनों ही लालों ने भाजपा के साथ मिलकर न केवल गठबंधन के तहत चुनाव लड़े हैं, बल्कि भाजपा के साथ सत्ता में भागीदार भी रहे हैं, मगर पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौ. बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी व पौत्री श्रुति चौधरी के बुधवार को भाजपा में शामिल होने के साथ ही हरियाणा के सियासी इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है जब तीनों ही लाल परिवारों के अनेक सदस्य एक ही राजनीतिक दल में रहकर अपनी राजनीति को आगे बढ़ाते हुए नजर आएंगे। 

खास बात यह है कि ही तीनों ही लाल परिवारों के सदस्यों को भाजपा के झंडे के नीचे लाने का श्रेय प्रदेश के चौथे सियासी लाल मनोहर लाल खट्टर को जाता है। उल्लेखनीय है कि स्व. चौ. देवीलाल के परिवार से उनके बेटे चौ. रणजीत सिंह व पौत्र आदित्य देवीलाल पहले से ही भाजपा में हैं और चौ. भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्रोई व पौत्र भव्य बिश्रोई ने 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी, तो अब प्रदेश के तीसरे सियासी लाल चौ. बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी व पौत्री श्रुति चौधरी भी भाजपा में शामिल हो गई हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि तीनों लालों के लालों को भाजपा में लाकर चौथे लाल मनोहर लाल ने प्रदेश की सियासत में एक नया इतिहास रच दिया है, जिससे अब तीनों लालों के लाल पहली बार एक साथ भाजपा की जय-जयकार करते हुए नजर आएंगे। 

तीनों ही लालों का भाजपा से रहा है पुराना नाता

गौरतलब है कि तीनों ही लालों चौ. देवीलाल, चौ. बंसीलाल व चौ. भजनलाल के सियासी अतीत पर नजर दौड़ाएं तो इन तीनों ही लालों ने प्रदेश के साढ़े 57 वर्षों के सियासी सफर में करीब 28 वर्षों तक शासन किया और तीनों ही लालों का भाजपा के साथ पुराना नाता रहा है। विशेष बात यह है कि तीनों ही लालों ने कांग्रेस से अपने सियासी कॅरियर का आगाज किया। साल 1982 में लोकदल और भाजपा ने मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ा था तो इससे पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और चौ. देवीलाल जनता पार्टी के बैनर तले 1977 के विधानसभा चुनाव में एक साथ थे। साल 1987 में चौ. देवीलाल की लोकदल और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा। चुनावों में लोकदल को 60, भाजपा को 16 सीटों पर जीत मिली थी और तब गठबंधन की सरकार में चौ. देवीलाल मुख्यमंत्री बने और भाजपा से डॉ. मंगलसेन उपमुख्यमंत्री बने थे। इसी तरह से 1996 में चौ. बंसीलाल की नेतृत्व वाली हविपा और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा और गठबंधन की सरकार बनाई। यह सरकार 1999 तक चली। खास बात यह है कि चौ. बंसीलाल की सरकार के समय नरेंद्र मोदी हरियाणा के प्रभारी थे और मनोहर लाल संगठन मंत्री थे।

 मोदी और मनोहर लाल की गठबंधन सरकार बनाने में खास भूमिका रही थी। प्रदेश के तीसरे लाल चौ. भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्रोई ने 2014 के संसदीय चुनाव में अपनी पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस का भाजपा के साथ गठबंधन किया और गठबंधन के तहत 8 सीटों पर भाजपा ने जबकि 2 सीटों पर हजकां ने चुनाव लड़ा था। इसके अलावा 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा व चौ. देवीलाल के पौत्र अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व में बनी पार्टी जजपा के साथ गठबंधन हुआ और इस गठबंधन सरकार में चौ. देवीलाल के पड़पौत्र दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री भी रहे। अब यह गठबंधन टूट चुका है। ऐसे में तीनों ही लालों का भाजपा के साथ एक पुराना संबंध रहा है और लालों ने भाजपा के साथ मिलकर न केवल चुनाव लड़े बल्कि सत्ता की दहलीज तक भी पहुंचने में कामयाब रहे। अब चौ. बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी व पौत्री श्रुति चौधरी के भाजपा में आने के बाद हरियाणा के साढ़े 57 वर्षों के इतिहास में पहली बार हुआ है जब तीनों ही लाल परिवारों के अनेक सदस्य एक साथ भारतीय जनता पार्टी के झंडे तले रहकर अपनी सियासी पारी को आगे बढ़ाएंगे। 

ऐसे भाजपा के झंडे तले आए चौ. देवीलाल व चौ. भजनलाल के बेटे

किरण चौधरी से पहले चौ. देवीलाल व चौ. भजनलाल के बेटे भाजपा में शामिल हो गए थे। कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद 4 अक्तूबर 2019 को चौ. देवीलाल के बेटे चौ. रणजीत सिंह ने रानियां विधानसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और विधायक चुने गए। इसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दिया और नवंबर 2019 में वे मनोहर लाल की सरकार में बिजली एवं जेल मंत्री बने। 24 मार्च को भारतीय जनता पार्टी ने चौ. रणजीत सिंह को हिसार संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया और उसी दिन उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। चौ. रणजीत सिंह से पहले चौ. देवीलाल के पौत्र आदित्य देवीलाल 2015 में भाजपा में शामिल हुए और जनवरी 2016 में वे भाजपा की टिकट पर सिरसा जिला परिषद के सदस्य भी चुने गए। आदित्य काफी समय तक भाजपा के जिलाध्यक्ष भी रहे और 2019 में उन्होंने भाजपा की टिकट पर डबवाली से विधानसभा का चुनाव लड़ा। भाजपा ने उन्हें हरियाणा राज्य कृषि विपणन मंडल का चेयरमैन भी बनाया था। इसी तरह चौ. भजनलाल के बेटे व पूर्व सांसद कुलदीप बिश्रोई 4 अगस्त 2022 को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और बाद में नवंबर 2022 में हुए आदमपुर उपचुनाव में चौ. भजनलाल के पौत्र भव्य बिश्रोई भाजपा की टिकट पर विधायक चुने गए। अब प्रदेश के तीसरे लाल चौ. बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी एवं पौत्री श्रुति चौधरी भी भाजपा में शामिल हो गई हैं।
 

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