इंटरव्यू: बीजेपी में कोई षड्यंत्र नहीं है, हमारे साथ कांग्रेस में जो हुआ उसे बयान भी नहीं कर सकती: किरण चौधरी

Edited By Nitish Jamwal, Updated: 24 Jun, 2024 06:15 PM

exclusive interview with kiran chaudhary

हरियाणा की दिग्गज नेता किरण चौधरी ने आज बेबाक तरीके से कांग्रेस पर पलटवार किया । बीजेपी में आने के बाद उन्होंने खुलकर अपनी बात कही और कहा कि हरियाणा में कांग्रेस कभी भी अपनी सरकार नहीं बना सकती है।

चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): हरियाणा की दिग्गज नेता किरण चौधरी ने आज बेबाक तरीके से कांग्रेस पर पलटवार किया । बीजेपी में आने के बाद उन्होंने खुलकर अपनी बात कही और कहा कि हरियाणा में कांग्रेस कभी भी अपनी सरकार नहीं बना सकती है। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा पर अपनी भड़ास निकाली और कहा कि पिता पुत्र किसी को भी नेता कांग्रेस में नहीं बनने देना चाहते है। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। किरण चौधरी ने आज पॉलिटिकल हेड चंद्रशेखर धरणी के साथ बीजेपी ज्वाइन करने के बाद खास बातचीत की। 

 

सवाल: चार दशक तक कांग्रेस में रहने के बाद बीजेपी में जाना एक बोल्ड स्टेप है, क्योंकि अपने घर को छोड़ना किसी दुख से कम नहीं होता।

जवाब: बिल्कुल सत्य कहा, बहुत ही दुख दर्द के साथ, विवश करके इन्होंने मुझे मजबूर कर दिया। लेकिन ये करना जरूरी हो गया था, कि जो हरियाणा में हालात हो गए है कि आने वाले समय में कांग्रेस कभी सरकार नहीं बना सकती है क्योंकि हरियाणा में कांग्रेस का जो नेतृत्व है वो किसी को सहन ही नहीं कर सकता। हुड्डा खुद ही इतने तरीके से कॉन्प्रोमाइजड है कि किस मुद्दे पर बीजेपी से लड़ाई लड़ेंगे। मुझे बीजेपी में मान सम्मान से लाया गया है। संगठित पार्टी है और यहां काफी अच्छा महसूस कर रही हूं। बीजेपी में कोई षडयंत्र नहीं है। हमारे साथ कांग्रेस में जो हुआ उसे बयान भी नहीं कर सकती है। राजनीति में सेवा के लिए आदमी आता है, लेकिन वहां तो केवल चमचागिरी करनी पड़ेगी या किसी के नीचे लग कर काम करना पड़ेगा। जनता की अपेक्षा होती है, कार्यकर्ताओं की अपेक्षा होती है। इलाके के विकास की अपेक्षा होती है, 10 साल जब हम सरकार में थे, हमने इतना झेला है कि हमारे इलाके का कोई विकास नहीं किया, हर काम को झगड़ झगड़ कर करवाया । श्रुति सांसद थी तो केंद्र से पैसा लाकर काम करवाया, नहीं तो ये काम करने असंभव थे। मसलन एनसीआर का काम करवाया, जो अपने आप में बड़ा काम था। लेकिन आज मुझे कहते हुए बिल्कुल भी संकोच नहीं है कि भिवानी महेंद्रगढ़ का काम नहीं हो पाए। मेडिकल कॉलेज जैसे काम भी बड़े संघर्ष के साथ करवाने पड़ते थे। क्षेत्रवाद इस कदर हावी था कि नौकरियों में एक ही क्षेत्र के लोगों को तरजीह दी जाती थी। जब इस तरह  के हालात हो जाते है तो फिर आप समझ सकते हो कि आदमी घुटन महसूस करने लगता है। वहीं कारण आहिस्ता आहिस्ता करते हुए मुझे यहां तक ले आया।

 

सवाल : आपका व्यक्तित्व हमेशा बोल्ड रहा है, आपसे एक विभाग छीन लिया था, फिर रातोंरात आप उस विभाग को वापस भी ले आए, इन विपरीत परिस्थितियों में भी आपने संघर्ष किया जो विपरीत थी ?

जवाब: मैंने विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष किया है और मैं धन्यवाद करती हूं कि मुझे प्लेटफॉर्म दिया गया उस समय, लेकिन तब एक बैलैंस बनकर चलता था लेकिन अब जो हालात कांग्रेस में हो गए है, वो पूरी तरह  से विपरीत हो गए है। सक्षम नेताओं की पूछ होनी चाहिए, वो अब नहीं हो रही है। अब तो केवल ये है कि पुत्र के सामने कोई नहीं आना चाहिए। वो अगर आ जाए तो उस किस तरह से खत्म किया जाए। 

 

सवाल : हरियाणा कांग्रेस के इन हालातों का कसूरवार कौन है ?

जवाब: कसूरवार तो वहीं है जो ये कर रहे है। सुनने के लिए तैयार नहीं, कोई समन्वय नहीं, कोई बैठकें नहीं, कि कहीं बैठकर कोई बातचीत हो जाए। सैलजा जी, रणदीप जी और मेरे को अलग करके रखा हुआ है। दुश्मनों की तरह हमारे साथ बर्ताव किया गया। आपने देख लिया इस बार श्रुति के साथ क्या किया। जो जीती हुई सीट थी उसको जानबूझकर आपने हरवा दिया और सीटें ऐसी रही जिन पर ऐसे लोगों को टिकट दिया जिससे कांग्रेस को नुकसान हो। कांग्रेस का नुकसान करने पर ये खुद ही तुले हुए है तो कांग्रेस आगे बढ़ेगी कैसे ?

 

सवाल : नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि आप अभी भी कांग्रेस की विधायक है, आपका इस्तीफा कांग्रेस संगठन यानि कि उदयभान को नहीं मिला है और ना ही स्पीकर को मिला है। 

जवाब: मै कांग्रेस पार्टी से पूरी अलविदा कर चुकी हूं। बीजेपी ज्वाइन कर ली है, पार्टी ने मान सम्मान के साथ एक जगह दी है। पार्टी के अंदर रहकर मजूबती से बीजेपी के लिए काम करूंगी, जितना मेरा जीवन बचा है ।

 

सवाल : कांग्रेस के कुछ विधायकों ने दलबदल की शिकायत स्पीकर को आपके खिलाफ दी है ?

जवाब: कौन बोल रहा है,जो दलबदल के खिलाफ कर रहे है, खुद ही दलबदलु है, मैं किसी का नाम लूंगी तो हाहाकार मच जाएगा। इसलिए नाम ना ही लूं तो अच्छा है।

 

सवाल : बतौर विधायक आपने इस्तीफा दिया है या नहीं?

जवाब: मैनें पार्टी से इस्तीफा दे दिया है विधिवत इस्तीफा दिया है।

 

सवाल : हुड्डा ने कहा है कि अगर  सत्ता में आते है तो रोजगार, पेंशन की कोई कमी नहीं होगी, इन्हें कैसे देखते है।

जवाब: इनको पता है कि सत्ता में तो इन्हें आना ही नहीं है तो कुछ भी वायदे करते रहो। हमारे क्षेत्र के 500 से ज्यादा युवाओं को नौकरी से हटा दिया था हुड्डा साहब के कार्यकाल में। जो नौकरी खा सकते है वो नौकरी क्या देंगे। अगर सत्ता में आ गए तो सबको पता है खर्ची पर्ची और क्षेत्रवाद का बोलबाला रहेगा।

 

सवाल : कांग्रेस नेता कह रहे है कि राज्यसभा के लिए कोई सौदा हुआ है, लेकिन किरण चौधरी ने ये नहीं देखा कि बीरेंद्र सिंह के साथ क्या किया ?

जवाब: ये सौदेबाजी की बात करते है, ये तो खुद करते है, जब इनके पुत्र को राज्यसभा भेजा गया तो बीजेपी ने कैंडिडेट ही नहीं उतारा था। ये सारी बातें तो सामने है, मैं किस सौदेबाजी की बात करूंगी और श्रुति भी उसी रास्ते पर चलेगी।

 

सवाल : राज्यसभा में एक सीट खाली है और कांग्रेस मैदान छोड़ती नजर आ रही है, ये नेता प्रतिपक्ष के बयानों से लग रहा है

जवाब: हरियाणा में कांग्रेस मैदान छोड़ चुकी है। ये सब बातें बन रही है। 10 साल के कार्यकाल में क्या हुआ. 67 सीटों से 40 पर आ गए थे। अगर काम किया होता तो 40 से 13 पर आ गए, फिर 30 पर भी जब आए जब अशोक तंवर प्रदेश अध्यक्ष और मै सीएलपी लीडर थी। हमें आखिर में हटाया गया। ये बातें सबके सामने है, सब जानते है कि किस तरह से इन्होंने शासन चलाया। आज केस चल रहे है, इन्होने जो लूट मचाई है ये उसी का नतीजा है। खुल्लमखुला लूट मचाई थी।

 

सवाल : 2019 के चुनावों में गोहाना में नेता प्रतिपक्ष ने एक बयान दिया था कि कांग्रेस पुरानी पार्टी नहीं रही, जी 23 भी काफी चर्चा में आया था ?

जवाब: मैं तो शुरू से ही दिल से ही कांग्रेसी रही हूं, इनके तो पूर्वजों ने भी पार्टी बदली है। जी 23 में तो पार्टी हाईकमान पर ही सवाल उठा दिए थे, कार्यप्रणाली पर ही सवाल उठाए थे, गोहाना में कहा था कि कांग्रेस रास्ता भूल गई है और कुछ नया करने का समय आ गया है।ये तो हुड्डा जी के कहे हुए शब्द है

 

सवाल : गांधी परिवार की करीबी रहे आप, किसी ने मनाने की कोशिश नहीं की?

जवाब: इन्होंने कांग्रेस के पूरा सिस्टम को कैप्चर कर लिया है। वो तामझाम इनके पास है, इस पर क्या बोलने की जरूरत है। सब जानते है सारी कमांड इनको और इनके पुत्र को दे दी है, किसी और के लिए वहां कोई जगह नही है। 

 

सवाल : हरियाणा में आपके जाने के बाद एसआरके ग्रुप पर ब्रेक लग गई है?

जवाब: हमने रथ यात्रा निकालकर कांग्रेस को खड़ा किया। लोगों ने लड़ाई लड़ी, कांग्रेस को ज्वलंत हमने किया, क्योंकि हमें तो मालूम था कि दूसरी ओर से कुछ होना नहीं है। वो तो मौका देखकर पार्टी को ध्वस्त कर देंगे। लेकिन मुझे अपना भविष्य समझ आ गया। ये किसी को आगे नहीं बढ़ने देंगे। मैनें विधानसभा में लड़ाई ल़ड़ी और इन्होंने तो क्या किया सब जानते है।

 

सवाल : सैलजा जी के बयान आ रहे है कि मां-बेटी के साथ नाइंसाफी हुई ?

जवाब: सैलजा जी के साथ भी नाइंसाफी हुई, जब वो केंद्रीय मंत्री थी तो डीसी एसपी को जाने के लिए मना कर दिया था, 10 साल एक भी काम नहीं होने दिया । काम नहीं होंगे तो खत्म हो जाएगें। हमारे हलके में कलानौर के बाद गड्डे की गड्डे दिखाई देते थे उससे पहले मलाई जैसी सड़कें होती थी। किसी नेता का काम नहीं होने दिया और क्षेत्रवाद का सबक ही तो लोगों ने ही सिखाया। 

 

सवाल : केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल ने एक बयान दिया था जब आपने बीजेपी ज्वाईन की थी, उसके बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वो तो पहले ही बीजेपी से मिली हुई थी, खासकर उदयभान जी ने कहा था ?

जवाब: उदयभान जी के बारे में क्या बोले, उनके इतिहास को सब जानते है आया राम गया राम इनके पिता जी ने एक घंटे में ना जाने कितनी पार्टी बदल दी। वो अपने हलके से तो कांग्रेस उम्मीदवार को जितवा नहीं पाए। प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते ही  वो कुछ नहीं कर पाए।

 

 

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!