Edited By Manisha rana, Updated: 10 Feb, 2021 09:20 AM
टिकरी बार्डर पर आंदोलनकारी रहे गांव छारा के किसान बिजेंद्र की रोहतक स्थित पी.जी.आई.एम.एस. में मौत हो गई। वह गांव में एक एकड़ जमीन पर खेती कर अपने परिवार का गुजारा चला रहा था। जानकारी अनुसार किसान बिजेंद्र टिकरी बॉर्डर पर चल...
बहादुरगढ़ : टिकरी बार्डर पर आंदोलनकारी रहे गांव छारा के किसान बिजेंद्र की रोहतक स्थित पी.जी.आई.एम.एस. में मौत हो गई। वह गांव में एक एकड़ जमीन पर खेती कर अपने परिवार का गुजारा चला रहा था। जानकारी अनुसार किसान बिजेंद्र टिकरी बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन की शुरुआत से ही यहां सेवा कर रहा था।
बताया गया है कि गत माह 16 जनवरी को उसकी तबीयत अचानक बिगडऩे पर उसे रोहतक स्थित पी.जी.आई.एम.एस. में ले जाया गया था। यहां उनका उपचार चल रहा था। पिछले कई दिनों से वैंटीलेटर पर था। जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष से जुझते हुए किसान बिजेंद्र ने आखिरकार दम तोड़ दिया। आंदोलनकारी अनेक किसानों ने मृतक किसान के आश्रित परिवार के लिए उचित मुआवजा व उसके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग भी सरकार से की है।
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