Edited By Gourav Chouhan, Updated: 23 Sep, 2022 08:08 PM
उद्घाटन के छह महीने बाद बसों का आवागमन शुरू हुआ। भूना, उकलाना व बरवाला जाने वाली बसों की शुरुआत की गई, लेकिन धीरे-धीरे बसों का आवागमन बंद हो गया।
अग्रोहा(हनुमान): हिसार जिले के अग्रोहा गांव में करोड़ों रुपए की लागत से बने बस अड्डे का प्रयोग आज ओवरलोड वाहनों की पार्किंग के लिए किया जा रहा है। आरटीओ व अन्य विभागों के अधिकारी ऐसे वाहनों को लाकर बस स्टैंड पर खड़ा करवा देते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यह अड्डा कभी सुचारू रूप से चला ही नहीं। उद्घाटन के छह महीने बाद बसों का आवागमन शुरू हुआ। भूना, उकलाना व बरवाला जाने वाली बसों की शुरुआत की गई, लेकिन धीरे-धीरे बसों का आवागमन बंद हो गया। वर्तमान में हालात ऐसे हैं कि अब इस बस अड्डे पर एक बस के दर्शन भी मुश्किल से होते हैं।
करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी ग्रामीणों को बसों की कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है। ग्रामीणों को अब भी अग्रोहा मेडिकल कॉलेज या अग्रोहा चौक पर जाकर ही बस लेनी पड़ती है। इसके चलते ऑटो में सफर करने के कारण लोगों के किराए व समय का नुकसान हो रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों के परिजनों, छात्र-छात्राओं को होती है। बसों की कमी के चलते लोगों को रोजाना समस्याओं से जूझना पड़ता है। छात्र-छात्राओं को तय समय पर स्कूल कॉलेज पहुंचना होता है, लेकिन भीड़ ज्यादा होने की वजह से या तो बसें रुकती नहीं या मजबूरन बसों में लटक कर सफर करना पड़ता है।
विद्यार्थियों का आरोप है कि सरकार दावे तो बहुत बड़े-बड़े करती है, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिलता। वहीं अग्रोहा के ग्रामीणों का आरोप है कि जब बस स्टैंड का उपयोग ही नहीं हो रहा तो फिर इसे बनाने का आमजन को क्या फायदा हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि यदि यह बस स्टैंड सुचारू रूप से चालू हो जाए तो अग्रोहा, मीरपुर, खासा महाजनान, कुलेरी, किरमारा आदि अनेक गांवों के लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)