Edited By Manisha rana, Updated: 27 Oct, 2023 12:58 PM
भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप की जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र में बैठक हुई। बैठक में आगामी 23 नवंबर को होने वाली जन आक्रोश रैली को लेकर रणनीति बनाई गई।
कुरुक्षेत्र (रणदीप) : भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप की जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र में बैठक हुई। बैठक में आगामी 23 नवंबर को होने वाली जन आक्रोश रैली को लेकर रणनीति बनाई गई। भारतीय किसान यूनियन ग्रुप चढूनी ग्रुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज मौजूदा सरकार को लेकर जनता में आक्रोश है जिसको लेकर 23 नवंबर 2023 को जन आक्रोश रैली पिपली अनाज मंडी में रखी गई है। जिसको लेकर आज आगामी रणनीति बनाई गई है।
गुरनाम सिंह चढूनी ने एसवाईएल (SYL) मुद्दे को राजनीतिक मुद्दा बताते हुए कहा कि जिस प्रकार से आज पंजाब और हरियाणा के किसानों का भाईचारा बना है, उसको तोड़ने के लिए इस मुद्दे को बनाया गया है। सभी पार्टियां मिलकर किसानों का भाईचारा तोड़ना चाहती है। इससे पहले भाजपा की पंजाब के साथ गठबंधन में सरकार रही और उससे पहले कांग्रेस की भी सरकार रही, लेकिन तब किसी ने एसवाईएल (SYL) मुद्दे को लेकर कोई हल नहीं निकला। अब सरकार किसानों की एकजुटता से डर रही है जिसको तोड़ने को लेकर SYL के मुद्दे को उछाला जा रहा है। गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जो खेतों में बिजली के खंभे लगाए जा रहे हैं उसको लेकर भी भारतीय किसान यूनियन विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले किसानों के साथ पूरी बातचीत होगी, उसके बाद ही बिजली का खंभा लगाने दिया जाएगा।
(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।)
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)