Edited By Shivam, Updated: 09 Nov, 2018 09:42 PM
भिवानी में पुलिसकर्मियों को न्यायालय के आदेशों को लागू करवाना उस समय भारी पड़ गया, जब चौकी प्रभारी अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ अपने एरिए में पटाखें बंद करवाने के लिए गए। उन्होंने जैसे ही पटाखें जला रहे लोगों को पटाखें बंद करने के लिए कहा तो उन पर...
भिवानी(अशोक भारद्वाज): भिवानी में पुलिसकर्मियों को न्यायालय के आदेशों को लागू करवाना उस समय भारी पड़ गया, जब चौकी प्रभारी अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ अपने एरिए में पटाखें बंद करवाने के लिए गए। उन्होंने जैसे ही पटाखें जला रहे लोगों को पटाखें बंद करने के लिए कहा तो उन पर हमला कर दिया गया। हमला करने वालों ने पत्थर व लाठियों से पुलिस पार्टी पर ही हमला कर दिया। घटना में चौकी प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्होंने वहां से भाग कर जान बचाई।
दरअसल, जैन चौक चौकी प्रभारी गोपाल कृष्ण अपनी चौकी एरिए में दीपावली की रात गश्त कर रहे थे। न्यायालय का आदेश थे कि पटाखे केवल रात को आठ बजे से दस बजे तक ही जलाने हैं। आदेशों की पालना करते हुए चौकी प्रभारी ने अपने एरिए के कुछ लोगों को पटाखें जलाने से रोका। जिसके बाद मामला ज्यादा भड़क गया और लोगों ने पुलिसकर्मियों पर ही हमला कर दिया।
चौकी प्रभारी गोपाल कृष्ण का कहना है कि उन्होंने ने तो केवल कोर्ट के आदेशों की पालना की थी। उसके बावजूद उन पर हमला कर दिया। घटना में वे अकेले नहीं बल्कि उनके तीन अन्य साथी पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। सभी का ईलाज भिवानी के चौधरी बंसीलाल सामान्य अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि लोग काफी संख्या में थे तथा उन्होंने उन पर हमला कर दिया। सिर पर चोट लगने के कारण वे किसी को पहचान नहीं पाएं।
वहीं इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पकड़े गए लोगों के परिवार के सदस्यों का कहना है कि जिन लोगों ने पुलिस पर हमला किया है, पुलिस उन लोगों को ना पकड़ कर बेकसूर लोगों को पकड़ रही है। थाना शहर प्रभारी विक्रम सिंह ने कहा कि लोगों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार है केवल आरोपियों को ही पकड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनके चार पुलिसकर्मी घायल हैं।