Edited By Isha, Updated: 30 May, 2024 05:14 PM
लोकसभा चुनाव में मतदान के अब वोटों की गिनती कार्य में अलग-अलग टीमों के अलावा माईक्रो आब्जर्वर की भी तैनात रहेंगे। मतगणना का कार्य चार जून को कड़ी सुरक्षा के बीच पारदर्शी ढंग से किया जाएगा।
जींद(अमनदीप पिलनिया): लोकसभा चुनाव में मतदान के अब वोटों की गिनती कार्य में अलग-अलग टीमों के अलावा माईक्रो आब्जर्वर की भी तैनात रहेंगे। मतगणना का कार्य चार जून को कड़ी सुरक्षा के बीच पारदर्शी ढंग से किया जाएगा।
ये जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त एवं जुलाना विधानसभा के एआरओ डॉ. हरीश वशिष्ठ ने वीरवार को स्थानीय चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिन मतगणना कर्मियों को सम्बोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि मतगणना को लेकर 270 कर्मिर्यों की ड्यूटियां निर्धारित कर दी गई हंै। प्रत्येक मतगणना केंद्र के लिए 18-18 टीमें गठित की गई हंै। प्रत्येक टीम में तीन कर्मियों को शामिल किया गया है। इसके अलावा प्रत्येक मतगणना केन्द्र के लिए 18-18 माईक्रो ऑब्जर्वरों को भी तैनात किया गया है।
मतगणना कार्य को निर्बाध तरीके से सम्पन्न करवाने के लिए मतगणना केन्द्रों में ईवीएम मास्टर ट्रेनर भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने सभी मतगणना कर्मियों को निर्देश दिए कि वे चार जून को सुबह छह बजे मतगणना केन्द्रों पर पहुुंचना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि मतगणतना कर्मी सहित कोई भी व्यक्ति अपने साथ मतगणना केन्द्रों में मोबाईल या अन्य कोई भी इलैक्ट्रोनिक्स डिवाईस अपने साथ लेकर नहीं जा सकता है।
उन्होंने बताया कि निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न करवाने के लिए पूरी मतगणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी। मतगणना को लेकर हर मतगणना केंद्र में 14 -14 टेबलें लगाई जाएंगी। इसके अलावा एक टेबल एआरओ व तीन टेबलें रिजर्व रखी गई हंै। उन्होंने कहा कि आगामी तीन जून को मतगणना कर्मियों को मतगणना संबंधी सभी आवश्यक जानकारी देने के लिए अंतिम रिहर्सल चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में ही करवाई जाएगी। अंतिम रेंडेमाईजेशन के बाद मतगणना कर्मियों को विधानसभा क्षेत्र अलॉट हो जाएगें। उन्होंने सभी मतगणना कर्मियों को निर्देश दिए कि वे इस दिन रिहर्सल में अपने पासपोर्ट फोटो अवश्य लाएं ताकि सभी कर्मियों के पहचान पत्र मौके पर ही बनाए जा सकें।
डॉ. हरीश वशिष्ठ ने संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को कहा कि वे ईवीएम से मतों की गणना करने के कार्य को अच्छी तरह से समझ लें। यदि किसी को कोई संशय हो तो उसे अभी तुरंत दूर करें। उन्होंने कहा कि तकनीकी तौर पर प्रशिक्षित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मतगणना कार्य पूरी तरह से शांत स्वभाव व संयम रखते हुए पूरा करना है।
किसी प्रकार की झिझक अथवा हड़बड़ी को अपने ऊपर हावी न होने दें। उन्होंने कहा कि मतगणना कार्य का अनुभव रखने वालों को ही प्राथमिकता के आधार पर यह ड्यूटी दी गई है। उन्होंने कहा कि जिन भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी मतगणना केन्द्र में लगी है, वे परिणाम घोषित होने तक मतगणना केन्द्रों से बाहर न निकलें। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों की दृढता से पालना करें। मतगणना कार्य को बड़ी सावधानी से करें। किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरतें।
कार्यशाला में जींद विधानसभा के सहायक रिटर्निंग अधिकारी राकेश सैनी, सफीदों के सहायक रिटर्निंग अधिकारी मनीष फोगाट, उचाना के सहायक रिटर्निंग अधिकारी गुलजार मलिक, नरवाना के सहायक रिटर्निंग अधिकारी अनिल दून, जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार, चुनाव नायब तहसीलदार प्रदीप सरोहा, मास्टर ट्रेनर डॉ. सूरजमल तथा जिला प्रशासन के विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।