Edited By kamal, Updated: 11 Apr, 2019 04:22 PM
गुरुग्राम में पशु जनगणना के लिए विभाग की तरफ से 29 जनवरी को काम शुरु कर दिया गया था। लेकिन पहली...
गुरुग्राम (मोहित कुमार): गुरुग्राम में पशु जनगणना के लिए विभाग की तरफ से 29 जनवरी को काम शुरु कर दिया गया था। लेकिन पहली बार हाईटैक तरीके से इस गणना को किया जा रहा है। विभाग की तरफ से जीआईओ एप और हर पशुज्ञान एप के माध्यम से लोगों के बीच जाकर विभाग के कर्मचारी और सुपरवाइजर ये जानकारी ले रहे है कि शहर और ग्रामीण इलाकों में कितने ऐसे पशु है जो पालतू है। वहीं उस पशु के पालक का नाम और पता क्या है।
वहीं गुरुग्राम जैसे शहर में लोगों का साथ नहीं मिलने के कारण पशुपालन विभाग को थोड़ी दिक्कत उठानी पड़ रही है। लोगों की तरफ से अपने पालतू पशुओं की जानकारी विभाग को नहीं दी जा रही है। वहीं कुछ जगह तो पशुओं के फोटो तक नहीं खिंचने दिए जा रहे है। जिसके चलते विभाग की तरफ लोगों से अपील की गई है कि वो इस गणना में सहायता दें। सही जानकारी आयेगी तो पशुपालन विभाग की तरफ से बेहतर कदम उठाये जा सकते है।
बता दें कि गुरुग्राम में 2018 में की गई गणना के द्वारा गुरुग्राम जिला में 3 लाख 16 हजार घरों में जाकर विभाग ने पशु गणना के आकंडे जुटाए थे। वहीं इस बार इसकी संख्या अधिक हुई है। इस गणना को जो चरणों में बांटा गया है एक ग्रामीण तो दूसरी शहरी चरण में है। विभाग को लोग सभी जानकारी दें। जिसमें पशु का फोटो, पालक का आधार कार्ड, उसके घर का पता जिससे पशु पालक और पशुओं की पूरी जानकारी विभाग के पास हो। गुरुग्राम में भैंस और गाय को छोड़कर दूसरे पालतू जानवारों की संख्या ज्यादा है....जिसके चलते विभाग पूरी तरह कॉलेज के छात्रों की मदद से भी शहर और ग्रामीण एरिया में काम कर रहे है।