Edited By Punjab Kesari, Updated: 12 Jan, 2018 10:42 PM
एक व्यक्ति ने बैंक में स्वयं अपना पिता बनकर जीवित प्रमाण पत्र दिया व इसके बाद 2 साल की अवधि में लाखों रुपये की पेंशन निकलवा ली। बैंक प्रबंधन को जब पता चला तो बैंक के जांच अधिकारी राजेश गुप्ता की शिकायत पर पुलिस ने ललौदा निवासी सुरजीत सिंह के खिलाफ...
टोहाना(सुशील सिंगला): एक व्यक्ति ने बैंक में स्वयं अपना पिता बनकर जीवित प्रमाण पत्र दिया व इसके बाद 2 साल की अवधि में लाखों रुपये की पेंशन निकलवा ली। बैंक प्रबंधन को जब पता चला तो बैंक के जांच अधिकारी राजेश गुप्ता की शिकायत पर पुलिस ने ललौदा निवासी सुरजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच आरंभ कर दी है। भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर राजेश गुप्ता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
शिकायत में राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि, पहले एसबीआई की एक ब्रांच नेहरु मार्केट में शाखा थी, जिसमें बिजली विभाग से पेंशनधारी बूटा सिंह पुत्र गोमा सिंह का पैंशन लेता था। उन्होंने बताया कि बाद में उनकी शाखा का विलय चंडीगढ़ रोड शाखा में हो गया। कुछ दिन बाद उनकी शाखा के संज्ञान में आया कि बूटा सिंह का तो पहले ही स्वर्गवास हो गया है और उनका बेटा सुरजीत सिंह अपने पिता बूटा सिंह के पैंशन खाते से लगातार बूटा सिंह बनकर पैंशन ले रहा है। उसने अपने पिता की मृत्यु की सूचना भी बैंक को नहीं दी है।
2 फरवरी 2017 को स्वयं बूटा सिंह बनकर अपने पिता का जीवन प्रमाण-पत्र जमा करवाया था। उसके पिता की मृत्यु दिसंबर 2015 में हो चुकी है। बूटा सिंह ने 25 दिसंबर 2015 से लेकर 7 अक्तूबर 2017 तक 3 लाख 49 हजार 301 रुपये की पैंशन निकलवा ली। पुलिस ने बूटा सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
इस मामले में थाना शहर प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि, पुलिस ने बैंक मैनेजर राजेश गुप्ता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच चल रही है।