Edited By Rakhi Yadav, Updated: 31 Mar, 2018 01:43 PM
हरियाणा के सरकारी कार्यालयों में कार्यरत लगभग 1 लाख दलित कर्मियों ने दो अप्रैल को सामूहिक अवकाश पर रहने का फैसला लिया है। उन्होंने एससी, एसटी उत्पीड़न अधिनियम को कमजोर करने के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। ये सभी दो अप्रैल को इस संबंध में अनुसूचित...
चंडीगढ़(ब्यूरो): हरियाणा के सरकारी कार्यालयों में कार्यरत लगभग 1 लाख दलित कर्मियों ने दो अप्रैल को सामूहिक अवकाश पर रहने का फैसला लिया है। उन्होंने एससी, एसटी उत्पीड़न अधिनियम को कमजोर करने के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। ये सभी दो अप्रैल को इस संबंध में अनुसूचित जाति संगठनों के आह्वान पर भारत बंद में शामिल होंगे।
इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी के नाम ज्ञापन भेजकर अधिनियम को यथावत बनाएं रखने की मांग की जाएगी। वहीं इस मामले में हजरस की राज्य कार्यकारिणी ने भारत बंद का समर्थन किया है। क्योंकि दलितों के साथ उत्पीड़न के मामले किसी से भी नहीं छुपे।