Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 27 Dec, 2024 04:24 PM
दिल्ली एनसीआर वर्तमान में 315,268 सक्रिय पंजीकृत कंपनियों (दिल्ली में 247,237 और एनसीआर में 68,031) के साथ देश का दूसरा सबसे बड़ा कॉर्पोरेट केंद्र है।
गुड़गांव ब्यूरो : एमएसएमई मंत्रालय ने 7 नवंबर 2024 को जारी सीजी-डीएल-ई- 07112024-258523 के माध्यम से 250 करोड़ रुपये या उससे अधिक के वार्षिक कारोबार वाली कंपनियों के लिए ट्रेड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम (TReDS) पर अनिवार्य पंजीकरण की समय सीमा 31 मार्च, 2025 निर्धारित की है। इसे देखते हुए भारत के अग्रणी आरबीआई-लाइसेंस प्राप्त TReDS प्लेटफॉर्म एम1एक्सचेंज को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से तेजी से विकास करने की उम्मीद है। दिल्ली-एनसीआर बैंकिंग, बीमा, सूचना प्रौद्योगिकी, लॉजिस्टिक्स और रियल एस्टेट सहित अपनी सर्विस-आधारित अर्थव्यवस्था के लिए मशहूर है। यह क्षेत्र इस प्लेटफॉर्म के अनूठे फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस का लाभ उठाने के लिए बेहतर स्थिति में है।
दिल्ली एनसीआर वर्तमान में 315,268 सक्रिय पंजीकृत कंपनियों (दिल्ली में 247,237 और एनसीआर में 68,031) के साथ देश का दूसरा सबसे बड़ा कॉर्पोरेट केंद्र है। ऑटोमोटिव और ऑटो पार्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, बुनियादी ढांचे और ऊर्जा सहित सभी क्षेत्रों में पर्याप्त वृद्धि देखी जा रही है। एम1एक्सचेंज बेहतर नकदी प्रवाह प्रबंधन, आपूर्तिकर्ताओं को तेजी से भुगतान की सुविधा प्रदान करते हुए विक्रेता संबंधों को मजबूत करने और कम फंडिंग लागत के माध्यम से इन संगठनों के विकास को मदद देने के लिए तैयार है।
एम1एक्सचेंज के प्रमोटर और निदेशक, सुदीप मोहिन्द्रू ने कहा, "250 करोड़ से अधिक के वार्षिक राजस्व वाले कॉरपोरेट्स के लिए TReDS पंजीकरण को अनिवार्य करने और अनिवार्य सीमा में कमी करने के सरकार के फैसले से अतिरिक्त 7,000 कॉरपोरेट्स और 22 केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम इस प्लेटफॉर्म को व्यापक रूप से अपनाएंगे, जिससे इस प्लेटफॉर्म की पहुंच बढ़ेगी और महत्वपूर्ण कार्यशील पूंजी समाधानों तक पहुंच बढ़ाकर कर्ज अंतर को कम करने में मदद मिलेगी। आसान, कोलैटरल-फ्री फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस मुहैया कराते हुए एम1एक्सचेंज कंपनियों और उनके एमएसएमई वेंडर्स के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो कार्यशील पूंजी प्रवाह को मजबूत करते हैं और स्थायी विकास को बढ़ावा देते हैं।
उन्होंने कहा, "विक्रेताओं के साथ संबंध को मजबूत करने, समय पर भुगतान के माध्यम से कॉम्प्लाएंट बने रहने और खरीद लागत को कम करने के लिए कंपनियां एक संपूर्ण डिजिटल इनवॉइस डिस्काउंटिंग प्लेटफॉर्म का लाभ उठाकर अपनी सप्लाई चेन का डिजिटलीकरण कर सकती हैं।" देश भर में अपनी उपस्थिति के साथ, एम1एक्सचेंज ने अब तक 65 से अधिक बैंकों, 2,200 से अधिक कॉर्पोरेट्स और 40,000 से अधिक एमएसएमई के साथ साझेदारी की है। TReDS प्लेटफॉर्म ने 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक की इनवॉइस पर छूट की सुविधा प्रदान की है।
इसके अतिरिक्त, एम1एक्सचेंज अपनी नई स्मॉल-टू-स्मॉल फाइनेंसिंग पहल के साथ TReDS के दायरे का विस्तार करने वाला पहला प्लेटफॉर्म है, जिसे रेगुलेटरी सैंडबॉक्स (आरएस) के तहत आरबीआई के तीसरे समूह में जांचा गया है। इस पहल ने टियर 2 और टियर 3 एमएसएमई को सफलतापूर्वक औपचारिक क्रेडिट सिस्टम में लाने में सफल रहा है, जिससे उन्हें प्रतिस्पर्धी दरों पर शीघ्र भुगतान से फायदा हुआ है।