Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 28 Sep, 2024 04:00 PM
लुधियाना में विकास की रफ्तार तेज हो रही है, खासकर लुधियाना पेरिफेरल रोड के निर्माण के साथ। यह एक्सप्रेसवे न केवल पंजाब, हरियाणा और राजस्थान को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग होगा, बल्कि लुधियाना के व्यापार और रियल एस्टेट सेक्टर को भी नई ऊंचाइयों पर...
गुड़गांव ब्यूरो : लुधियाना में विकास की रफ्तार तेज हो रही है, खासकर लुधियाना पेरिफेरल रोड के निर्माण के साथ। यह एक्सप्रेसवे न केवल पंजाब, हरियाणा और राजस्थान को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग होगा, बल्कि लुधियाना के व्यापार और रियल एस्टेट सेक्टर को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला साबित हो रहा है। यह 600 किमी लंबा आठ लेन का एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को घटाकर औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को गति देगा।
*प्रमुख कनेक्टिविटी और औद्योगिक विकास*
भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बन रहे इस एक्सप्रेसवे से लुधियाना, हरियाणा और राजस्थान के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा। इससे माल ढुलाई तेज होगी और कारोबारियों को काफी फायदा मिलेगा। एक्सप्रेसवे के माध्यम से सामान कम समय में गंतव्य तक पहुंचेगा, जिससे लागत और समय दोनों की बचत होगी। पंजाब के व्यवसायियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा क्योंकि पहले जहां ट्रक को दूसरे राज्यों तक पहुंचने में कई दिन लग जाते थे, अब यह समय काफी कम हो जाएगा।
*रियल एस्टेट में संभावनाएं*
लुधियाना पेरिफेरल रोड के निर्माण से क्षेत्र के रियल एस्टेट में बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है। कई प्रमुख डेवलपर्स ने इस मौके का लाभ उठाते हुए निवेश की योजना बनाई है। सुषमा ग्रुप ने इस एक्सप्रेसवे के पास 59 एकड़ भूमि पर एक मेगा मिक्स-यूज प्रोजेक्ट की घोषणा की है, जिसमें आवासीय, औद्योगिक और वाणिज्यिक सुविधाओं का मिश्रण होगा। इस प्रोजेक्ट में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन, भूमिगत केबलिंग, और सोलर एनर्जी जैसी आधुनिक सुविधाएं भी होंगी।
हालांकि, इस प्रोजेक्ट से कहीं अधिक महत्वपूर्ण, एक्सप्रेसवे का निर्माण यहां के औद्योगिक विकास और व्यापारिक अवसरों का मुख्य केंद्र बनेगा। रियल एस्टेट सेक्टर में संभावनाओं का विस्तार होगा और स्थानीय तथा बाहरी निवेशकों को आकर्षित करने के अवसर मिलेंगे।
*प्रशासनिक समीक्षा और मार्गदर्शन*
लुधियाना पेरिफेरल रोड के साथ-साथ, लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर जितेंद्र जोरवाल ने जिले में चल रहे अन्य नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रोजेक्ट्स को तय समय सीमा में पूरा किया जाए और मुआवज़ा वितरण में तेजी लाई जाए। जोरवाल ने ज़मीन के शांतिपूर्ण अधिग्रहण की भी योजना बनाई ताकि कार्य में किसी प्रकार की देरी न हो।
उन्होंने लुधियाना-रूपनगर, दिल्ली-कटरा और लुधियाना-बठिंडा प्रोजेक्ट्स पर भी ध्यान दिया और अधिकारियों से सक्रियता और तालमेल बनाए रखने की अपील की। यह सुनिश्चित किया गया है कि हाईवे प्रोजेक्ट्स में आ रही बाधाओं को जल्द से जल्द हल किया जाए ताकि विकास को बढ़ावा मिल सके।
*नई संभावनाओं की शुरुआत*
लुधियाना पेरिफेरल रोड और अन्य हाईवे प्रोजेक्ट्स मिलकर लुधियाना के व्यापार, रियल एस्टेट और औद्योगिक विकास को नई दिशा देंगे। बेहतर कनेक्टिविटी और रोजगार के अवसरों के साथ ये प्रोजेक्ट्स इस क्षेत्र में आर्थिक विकास की नई कहानी लिखने की तैयारी में हैं।