Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 18 Aug, 2024 08:33 PM
अन्ना आंदोलन के बाद लगभग एक दशक पहले देश की राजनीति में उभरी आम आदमी पार्टी के लिए इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।
गुड़गांव, ब्यूरो: अन्ना आंदोलन के बाद लगभग एक दशक पहले देश की राजनीति में उभरी आम आदमी पार्टी के लिए इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। जहां एक ओर पार्टी के सर्वेसर्वा और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल खुद जेल में है और दूसरे शीर्ष नेता भी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं वही पार्टी में संगठन के स्तर पर भी कुछ ठीक नहीं चल रहा।
आम आदमी पार्टी के लखनऊ जिला अध्यक्ष और राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष लेकर दीक्षित ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर पोस्ट लिखकर इस बात की जानकारी दी। शेखर दीक्षित ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को संबोधित एक संदेश पोस्ट करते हुए कहा "जैसा की आपको ज्ञात है की फ़रवरी माह में मैंने आपको अपने ज़िलाअध्यक्ष लखनऊ के पद से त्याग संदेश सौंपा था । अभी तक उसको स्वीकार नहीं किया गया है जिस वजह से लखनऊ में संगठन /कार्यकर्ताओं में भी असमंजस की स्तिथि बनी हुई है ,कृपया नव ज़िला अध्यक्ष नियुक्त कर मेरे भी निवेदन को स्वीकार करने की कृपा करें।
बता दें शेखर दीक्षित को आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, संस्थापक सदस्य और लगातार दो बार से राज्यसभा सांसद संजय सिंह का करीबी माना जाता रहा है। शेखर का अगला कदम क्या होगा यह तो अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि उनके साथ पार्टी के सैकड़ो सदस्य भी आम आदमी पार्टी छोड़ सकते हैं। उन्होंने एक पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में यह भी कहा है कि वह संजय सिंह से प्रभावित होकर पार्टी से जुड़े थे और लगता था कि किसानों के मुद्दों को आगे लेकर जाएंगे और राष्ट्रीय स्तर पर उठाएंगे। लेकिन पार्टी से जुड़ने के बाद वह उसमें अपेक्षित स्तर पर कामयाब नहीं हो पाए। गौरतलब है कि शेखर दीक्षित राष्ट्रीय किसान मंच से जुड़े रहे हैं और इसके प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।