Edited By Deepak Paul, Updated: 11 Nov, 2018 10:49 AM
चौटाला परिवार में मचे सियासी संग्राम की नई पटकथा 17 नवम्बर को जींद की धरती से लिखी जा सकती है। इस दिन इनैलो के संगठन में भी भारी फेरबदल हो
चंडीगढ़(बंसल/पांडेय): चौटाला परिवार में मचे सियासी संग्राम की नई पटकथा 17 नवम्बर को जींद की धरती से लिखी जा सकती है। इस दिन इनैलो के संगठन में भी भारी फेरबदल हो सकता है। इनैलो के प्रदेश प्रधान महासचिव डा. अजय सिंह चौटाला की ओर से बुलाई गई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक का एजैंडा लगभग तैयार हो चुका है।
तिहाड़ जेल से पैरोल पर आए अजय लगातार प्रदेशभर में पार्टी नेताओं की नब्ज टटोल रहे हैं। पार्टी संविधान के अनुसार यदि पार्टी का प्रधान महासचिव पिछली 2-3 बैठकों से गैर-हाजिर हो तो उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का अधिकार है। इसी अधिकार का इस्तेमाल करते हुए अजय चौटाला अपने समर्थकों के बीच नए तरह से संगठन का तानाबाना तैयार कर सकते हैं।
20 नवम्बर तक पैरोल पर चल रहे डा. अजय सिंह चौटाला ने इनैलो के प्रधान महासचिव के नाते 17 नवम्बर को जींद में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। पार्टी के सभी विधायक प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल होते हैं। 17 नवम्बर तक अजय चौटाला के सभी जिलों के दौरे भी पूरे हो जाएंगे। अजय सिंह चौटाला ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल करते हुए नई रणनीति के लिए जींद की धरती को चुना है। चंडीगढ़ में मीडिया से मुखातिब हुए दुष्यंत चौटाला ने कोई नई पार्टी बनाने अथवा किसी दूसरे दल के साथ जाने का संकेत तो नहीं दिया, लेकिन बातों ही बातों में इस तरफ इशारा कर दिया कि असली पार्टी तो इनैलो ताऊ देवीलाल और अजय सिंह चौटाला के समर्थक हैं।
सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाने में जुटे दुष्यंत पत्रकारों से बातचीत के दौरान दुष्यंत चौटाला के साथ मंच पर करीब एक दर्जन नेता मौजूद थे जिसमें उनका सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला दिखाई दिया। दुष्यंत के साथ दलित समाज से विधायक अनूप धानक, विधायक पृथ्वी सिंह नंबरदार, पूर्व विधायक कलीराम पटवारी व पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अशोक शेरवाल मौजूद थे तो पूर्व मंत्री जगदीश नैयर, पूर्व विधायक निशान सिंह, पूर्व विधायक रमेश खटक और पूर्व विधायक मक्खन सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फूलवती व डा. के.सी. बांगड़, सुरजीत सिंह सौंडा, हरपाल सिंह कंबोज व संदीप राणा मौजूद थे।
मंच पर दुष्यंत ने सर्व समाज का ध्यान रखा। इसके अलावा ब्राह्मण समाज के नेताओं को भी जोडऩे की मुहिम शुरू हो गई है। इसी कड़ी में आज दुष्यंत ने कुरुक्षेत्र के भाजपा नेता जय भगवान शर्मा से मुलाकात की तो पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा से भी मुलाकात होने की चर्चाएं हैं।