Edited By Punjab Kesari, Updated: 15 Sep, 2017 10:36 AM
लगभग एक साल पूर्व हुई शादी के बाद विवाहिता ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसका पति किसी अन्य के साथ यौन शोषण के लिए मजबूर करेगा।
रेवाड़ी (वधवा):लगभग एक साल पूर्व हुई शादी के बाद विवाहिता ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसका पति किसी अन्य के साथ यौन शोषण के लिए मजबूर करेगा। उसने स्वयं व उसके रिश्तेदार ने जबरन उसके साथ गैंगरेप किया। ससुरालियों ने भी उसकी नहीं सुनी, बल्कि विरोध करने पर उसकी पिटाई की गई जिसके बाद पीड़िता ने पुलिस का सहारा लिया। जिला महेंद्रगढ़ के एक गांव की युवती का विवाह गांव गुड़ियानी के कृष्ण यादव से लगभग एक वर्ष पूर्व हुआ था।
विवाह के एक माह बाद ही उसके पति ने दहेज की मांग को लेकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। पति ने उसे भूरथला वासी रिश्तेदार अंकित के साथ शारीरिक संबंध बनाने की बात कही। ऐतराज करने पर उसे व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। उसने सारा मामला मायके वालों को बताया तो उसके परिजन गुड़ियानी पंचायत लेकर गए। पंचायत में पति ने गलती मानकर भविष्य में ऐसा न करने का आश्वासन दिया लेकिन इसी वर्ष 6 अप्रैल की रात को उसके पति ने जबरन अंकित से उसके साथ दुराचार करवाया और कहा कि उसे इसी प्रकार करना होगा। विरोध करने के बावजूद उसने स्वयं भी उसके साथ बलात्कार किया।
पीड़िता के अनुसार अगले दिन कृष्ण ने अंकित की मां सरोज व पिता सुधीर को भी गुडिय़ानी बुला लिया तथा सभी ने उसे पीटा तथा इस बारे किसी को न बताने को कहा। इसके बाद कृष्ण व अंकित फरार हो गए। तत्पश्चात वह अपने भाई के साथ कोसली थाने पहुंची और मामला दर्ज करने की गुहार लगाई। कोसली पुलिस ने यह कहकर मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया कि इसकी शिकायत कनीना थाने में दर्ज करवाई जाए। वह कनीना पहुंची तो वहां भी उसकी सुनवाई नहीं हुई। आखिर में पीड़िता ने शिकायत मुख्यमंत्री से की।
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिले निर्देश के बाद कनीना थाना सक्रिय हुआ और शिकायत की जांच के बाद इसे कोसली थाने को भेज दिया। बुधवार शाम को कृष्ण, अंकित, सरोज व सुधीर के खिलाफ दुष्कर्म करने, दहेज उत्पीड़न व साजिश में शामिल होने का केस दर्ज कर लिया गया। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।