Edited By Punjab Kesari, Updated: 12 Dec, 2017 10:50 PM
हरियाणा में गुडग़ांव के फोर्टिस मामले के बीच फरीदाबाद के अजरौंदा चौक स्थित क्यूआरजी सेंट्रल अस्पताल में भी ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है, जिसमें डेंगू की शिकायत को लेकर करीब 20 दिन पहले दाखिल हुई 50 वर्षीय महिला की मौत हो गई और अस्पताल प्रशासन ने...
फरीदाबाद: हरियाणा में गुडग़ांव के फोर्टिस मामले के बीच फरीदाबाद के अजरौंदा चौक स्थित क्यूआरजी सेंट्रल अस्पताल में भी ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है, जिसमें डेंगू की शिकायत को लेकर करीब 20 दिन पहले दाखिल हुई 50 वर्षीय महिला की मौत हो गई और अस्पताल प्रशासन ने उसका करीब 17 लाख रुपए का बिल बना दिया।
महिला की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया, जिस पर मौके पर पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को काबू किया। पुलिस ने मृतका के परिजनों से कहा कि अगर वह अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई चाहते है तो उन्हें शव का पोस्टमार्टम करवाना पड़ेगा। परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाना अपने धर्म के खिलाफ माना और शव लेकर चले गए। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार जवाहर कालोनी निवासी 50 वर्षीय नाजमा परवीन को गत 20 नवंबर को क्यूआरजी अस्पताल में डेंगू की शिकायत के चलते दाखिल करवाया गया था, जहां उसका इलाज चल रहा था।
महिला के भतीजे यूसूफ खान ने आरोप लगाया कि उसकी चाची नाजमा की मौत अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही के चलते हुई है और उसकी कई दिन पहले ही मौत हो चुकी थी। वेंटीलेटर पर उसके शव को रखकर अस्पताल वाले उनका बिल बढ़ाते रहे। इसको लेकर उनके सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने परिजनों को शांत करवाकर उन्हें शव सौंप दिया। उधर, अस्पताल प्रबंधन ने इन सभी आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि मरीज के इलाज में किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरती गई। मरीज की मौत डेंगू से नहीं बल्कि किडनी में संक्रमण के चलते हुई है।