Edited By Updated: 22 Oct, 2016 12:22 PM
पराली जलाने के मामले को लेकर सरकार की ओर से किसानों को आर्थिक रूप से दंडित करने व आपराधिक मामले दर्ज करने से खफा
करनाल (भारद्वाज): पराली जलाने के मामले को लेकर सरकार की ओर से किसानों को आर्थिक रूप से दंडित करने व आपराधिक मामले दर्ज करने से खफा किसानों ने प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर सारे मामले को आगामी 72 घंटे में रद्द करने का अल्टीमेटम दे दिया।
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने सरकार विरोधी नारेबाजी भी की। किसान नेता रघबीर सिंह शेखुपुरा की अध्यक्षता में किसानों ने जाट धर्मशाला में एकत्रित होकर किसान पंचायत का आयोजन किया। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रत्नमान ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर सरकार ने किसी किसान को पराली जलाने के मामले में किसी भी किसान को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो सबसे पहले जेल में मैं जाऊंगा।
उन्होंने कहा कि किसानों को फसल बीमा के नाम पर, मंडियों में धान में नमी का बहाना करके लूटना तथा अब पराली जलाने के नाम पर किसानों को परेशान करने सहित किसान समुदाय को आर्थिक तौर पर बर्बाद करने के भाजपा सरकार नए-नए तरीके अपना रही है। जिसका अब किसान मुहंतोड़ जवाब देंगे। किसान नेता मान ने स्पष्ट शब्दों में सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अपने इस तुगलकी फैसले को वापस नहीं लिया तो भाकियू कार्यकर्त्ता पूरे प्रदेश में पराली फूंककर विरोध दर्ज करवाएंगे।