Edited By Updated: 24 Feb, 2017 07:04 PM
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति प्रदेश सरकार की ओर से गठित कमेटी से भविष्य में कोई वार्ता नहीं करेगी।
रोहतक (दीपक भारद्वाज):अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति प्रदेश सरकार की ओर से गठित कमेटी से भविष्य में कोई वार्ता नहीं करेगी। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने रोहतक में साफ तौर कहा है कि मौजूदा कमेटी के पास मांगों पर समझौता करने का कोई अधिकार नहीं है। इसलिए ऐसी कमेटी से बातचीत का कोई औचित्य नहीं है। मलिक ने कहा कि जिस कमेटी के पास अधिकार हो, ऐसी कमेटी का गठन किया जाना चाहिए। यशपाल मलिक शुक्रवार को जसिया में प्रदेश कार्यकारिणी की कोर कमेटी की बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में यशपाल मलिक ने कहा कि राज्य सरकार की नीयत ठीक नहीं है। प्रदेश सरकार ने वार्ता के लिए जिस कमेटी का गठन किया है, उसके पास किसी प्रकार के अधिकार नहीं है। इसलिए कोर कमेटी की बैठक में तय हुआ है कि बिना अधिकारों वाली कमेटी से बात नहीं करेंगे।
जाट नेता ने कहा कि भाजपा अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं को धरनों पर भेजकर षड़यंत्र रच हिंसा फैलाकर आंदोलन तोड़ना चाहती है। यशपाल मलिक ने तो यहां तक कह दिया कि प्रदेश सरकार जाट आरक्षण आंदोलन का हल नहीं करना चाहती और वर्ष 2019 तक इस मुद्दे को जारी रखना चाहती है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने भाजपा सांसद राजकुमार सैनी पर भी निशाना साधा। पूर्व विधायक रोशन लाल आर्य के अलग पार्टी बनाने व अध्यक्ष पद राजकुमार सैनी के लिए छोड़ने पर भी यशपाल मलिक ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि बहुत अच्छी बात है। दरअसल ओ.बी.सी. मुद्दा नहीं है, मुद्दा कुर्सी हथियाना है।