Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Dec, 2017 04:32 PM
आज पिहोवा के गांव सारसा में हुई पंचायत में निर्णय लिया गया कि समर, सिमरन व समीर के कातिल जगदीप के शव को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा। गांव का कोई भी व्यक्ति उसका शव लेने नहीं जाएगा। जेल में जगदीप की आत्महत्या की खबर मिलने के बाद पंचायत ने यह फैसला...
पिहोवा(सुनील धीमान): आज पिहोवा के गांव सारसा में हुई पंचायत में निर्णय लिया गया कि समर, सिमरन व समीर के कातिल जगदीप के शव को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा। गांव का कोई भी व्यक्ति उसका शव लेने नहीं जाएगा। जेल में जगदीप की आत्महत्या की खबर मिलने के बाद पंचायत ने यह फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि, भले प्रशासन उसके शव का कहीं संस्कार करे, लेकिन वे गांव में एक इंच भूमि भी नहीं देगे।
वहीं बच्चों की मां सुमन का कहना है कि, जगदीप की मौत के बाद भी बच्चों का इंसाफ अभी अधूरा है। बच्चों के हर कातिल को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हालांकि मामले की जांच की एसआईटी कर रही है।
आत्महत्या मामले में पुलिस पर षडयंत्र का आरोप
पंचायत द्वारा आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले को दबाने के लिए कोई साजिश रची है। इतना बड़ा अपराधी आत्महत्या नहीं कर सकता है। आशंका है इसमें पुलिस का कोई षडयंत्र है। इसलिए जेल में हुई जगदीप की आत्महत्या के मामले की भी जांच होनी चाहिए।
गौरतलब है कि, जगदीप ने अपने तीन भतीजों की हत्या कर दी थी, जिनमें से एक लड़की थी। इस हत्याकांड के मामले में जेल में बंद आरोपी चाचा जगदीप ने गत रात्रि कुरूक्षेत्र जेल में आत्महत्या कर ली। बता दें कि, मामला 21 नबंवर का है जब मोरनी में 3 बच्चों का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया था। गांव सारसा से तीन बच्चों के लापता होने का मामला सामने आया था, जिनका शव मोरनी की पहाडियों पर मिला था।