Edited By Updated: 22 Jul, 2016 03:19 PM
लोकतंत्र में अपनी बातें कहने और मनवाने का हक सभी को है, मगर अपनी समस्याओं का हल आम जनता आखिर किससे करवाए जब पंचायती
चरखी दादरी (मलिक): लोकतंत्र में अपनी बातें कहने और मनवाने का हक सभी को है, मगर अपनी समस्याओं का हल आम जनता आखिर किससे करवाए जब पंचायती राज के जनप्रतिनिधी खुद ही असहाय नजर आ रहे हो।
जानकारी के अनुसार पंचायती राज चुनावों को संपन्न हुए लगभग 6 माह बीत गए हैं। 6 माह के बाद भी फतेहगढ़ गांव की सरपंच सुमन देवी को पंचायत का पूरा चार्ज नहीं मिला है, जिसके चलते गांम पंचायत के विकास के सभी कार्य ठप्प पड़े हैं। आपसी राजनीतिक खींचतान का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत में 6 माह में एक भी विकास का कार्य नहीं हो पाया है। वही पंचायत के रोकड़ रजिस्टर में अनेक प्रकार की खामियां हैं जो कि पूर्व सरपंच के भ्रष्टाचार को साफ उजागर कर रही हैं।
ग्राम पंचायत के द्वारा पानी की सुचारू व्यवस्था न किए जाने के कारण ग्रामीणों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। सरपंच का कहना है कि वह बिना चार्ज के वह न तो पंचायत में काई प्रस्ताव ले पा रही हैं और न ही लोगों की समस्याओ का हल कर पा रही है। अगर उन्हें चार्ज मिला होता तो वे प्रस्ताव लेकर पानी की समस्या का स्थाई निराकरण का रास्ता निकालती। गांव से आस-पास के गांवों में जाने वाले सभी रास्ते खस्ताहाल हैं, जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जनता के द्वारा विरोध करने पर चार्ज न होने की बात सामने आ जाती है।
सरपंच सुमन देवी द्वारा सी.एम. विंडो व उपायुक्त को लिखित में शिकायत की गई थी। जिस पर पंचायत विभाग ने अपने स्तर पर जांच की और पूरा मामला एस.डी.एम. विजेंद्र हुड्डा के संज्ञान में लाया गया। जिस पर कार्रवाई करते हुए एस.डी.एम. द्वारा गत 5 जुलाई को सर्च वारंट जारी करते हुए पंचायत अधिकारी व दादरी सदर थाना पुलिस को रिकार्ड तलाशने के लिए अधिग्रत किया, लेकिन बावजूद इसके सरपंच को न तो रिकार्ड मिल पाया और न ही चार्ज मिला। सी.एम. विंडो की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए खंंड एवं पंचायत विकास अधिकारी दादरी प्रथम ने 13 जुलाई को पत्र क्रमांक 2787 द्वारा दादरी सदर थाना प्रभारी को पत्र लिखकर नवनियुक्त सरपंच सुमन देवी को रिकार्ड दिलवाकर पूर्व सरपंच व ग्राम सचिव के खिलाफ एफ.आई.आ.र दर्ज करने की मांग की है। वहीं थाना प्रभारी देशराज दहिया का कहना है कि उनके पास पंचायत विकास अधिकारी द्वारा इस तरह का कोई पत्र नहीं आया है। पत्र आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
सरपंच सुमन देवी कहती हैं कि चुनावों को 6 माह बीत जाने के बाद भी मुझे पंचायत का रिकार्ड ही नहीं सौपा गया है बिना सूचना व जानकारी के ग्राम पंचायत का विकास किस प्रकार संभव है। वे एसडीएम, बीडीपीओ, उपायुक्त व सीएम तक इस बारे में शिकायत कर चुकी हैं।
एस.डी.एम. विजेंद्र हुुड्डा ने कहा कि पूर्व सरपंच द्वारा नई पंचायत को रिकार्ड नहीं सौंपा। इसलिए उन्होंने सर्च वारंट जारी कर पुलिस को लिखा है कि पूर्व सरपंच व तत्कालीन सचिव पूरा रिकार्ड नवनियुक्त सरपंच को सौंपे और उनके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करें।