Edited By Updated: 02 May, 2016 03:04 PM
समय शाम के 7 बजे। शहर के सैंकड़ों जरूरतमंद लोग रेलवे स्टेशन के सामने फ्लाईओवर के नीचे जमा हो जाते हैं। एक टक लगाए यह किसका इंतजार...
अम्बाला छावनी: समय शाम के 7 बजे। शहर के सैंकड़ों जरूरतमंद लोग रेलवे स्टेशन के सामने फ्लाईओवर के नीचे जमा हो जाते हैं। एक टक लगाए यह किसका इंतजार। आखिरकार एक ऑटो की आवाज इन बुझे हुए चेहरों पर मुस्कान-सी ला देती है। इतने में खाने से भरा ऑटो उनकी तरफ आता है फिर देखते ही देखते सभी लोग लाइन में बैठ जाते हैं और शुरू हो जाता है जरूरतमंदों को खाना खिलाने का सिलसिला।
यह परमार्थ का कार्य करते हैं पंसारी बाजार निवासी विकास सिंगला व अमित सिंगला। सिंगला परिवार पूरी श्रद्धा के साथ जरूरतमंद लोगों की वर्षों से सेवा करता आया है। कभी यह परिवार रेलवे स्टेशन पर जरूरतमंदों को कम्बल बांटा करता था फिर जरूरतमंद लोगों की भूख ने इनका विचार बदला कि कम्बल से जरूरी खाना है इसलिए खाना बांटना शुरू किया।
नवम्बर 2015 से सिंगला परिवार रेलवे स्टेशन के सामने ओवरब्रिज के नीचे जरूरतमंद करीब 200 लोगों को हररोज खाना खिलाते हैं। बरसात, आंधी या तूफान हो, खाना हर रोज बांटा जाता है। विकास सिंगला कहते हैं कि जो हमारे घर में बनता है, वही हम इन लोगों को खिलाते हैं। बकौल सिंगला ने कहा कि ये लोग भी इंसान हैं। वे कहते हैं कि मुझे ऊपर वाला देता है और वही सब मेरे से करवा रहा है।