Edited By Saurabh Pal, Updated: 15 Sep, 2023 03:24 PM

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को आतंकी मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत सिंह शहीद हो गए थे। कर्नल का पार्थिव शरीर आज चंड़ीगढ़ पहुंच गया है। न्यू चंडीगढ़ के कर्नल मनप्रीत सिंह का आज ही उनके पैतृक गांव भड़ोजियां में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम...
पंचकूला(उमंग): जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को आतंकी मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत सिंह शहीद हो गए थे। कर्नल मनप्रीत के घर से 200 मीटर दूरी पर उनका सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। ढाई साल की बेटी और 7 वर्षीय बेटे ने अपने शहीद पिता को किया सैल्यूट। यह देख कर मौके पर मौजूद सभी की आंखे नम हो गईं। पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित शहीद कर्नल मनप्रीत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं।
अस्पताल से कर्नल का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच गया है। जहां उनके परिवार, रिस्तेदार व आसपास के लोग अंतिम दर्शन कर रहे हैं। उनका पार्थिव शरीर चंडीमंदिर आर्मी कैंट से चंडीगढ़ के रास्ते न्यू चंडीगढ़ लाया गया। उनके पैतृक गांव भड़ौजियां में सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान मौके पर इक्ट्टा हुए लोगों ने कर्नल की अंतिम यात्रा पर पुष्प वर्षा की।

शहीद कर्नल मनप्रीत के बेटे ने वर्दी पहन कर किया पिता को सैल्यूट

कर्नल का पार्थिव शरीर आज चंड़ीगढ़ पहुंच गया है। न्यू चंडीगढ़ के कर्नल मनप्रीत सिंह का आज ही उनके पैतृक गांव भड़ोजियां में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। चंडी मंदिर आर्मी कैंट से उनके पार्थिव शरीर को लेकर थोड़ी देर उनके पैतृक गांव के लिए सेना रवाना होगी। इस दौरान शहीद कर्नल के अंतिम दर्शन के लिए सड़क पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।

शहीद मनप्रीत का पार्थिव देह चंडी मंदिर कैंट से चंडीगढ़ के मध्य मार्ग से होते हुए PGI के जरिए न्यू चंडीगढ़ में दाखिल होगी। इस दौरान शहीद के सम्मान में उनकी अंतिम यात्रा के रास्ते की लोग सफाई कर रहे हैं।
वहीं बता दें कि शहीद कर्नल मनप्रीत की पत्नी जगमीत ग्रेवाल हरियाणा के सरकारी स्कूल में टीचर हैं। उनका एक 7 वर्ष का बेटा व एक ढाई वर्ष की बेटी है। पूरा परिवार कर्नल के शहीद होने से गम में डूबा हुआ है।
शहीद के अंतिम संस्कार में पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित और पंजाब सरकार की तरफ से मोहाली से राज्य की टूरिज्म मिनिस्टर अनमोल गगन मान अंतिम संस्कार में शामिल होंगी।
कर्नल मनप्रीत के शहीद होने पर उनके दोस्त बेहद दुखी हैं। उनके गांव के दोस्त और सहपाठी दीपक सिंह ने बताया कि मनप्रीत बचपन से ही काफी बहादुर थे। वह जो ठान लेते थे, उसको पूरा करके ही रहते थे। इस दौरान वर्ष उनके द्वारा आंतकियों के मारे जाने की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंन बताया की ताबड़तोड़ फायरिंग कर आतंकियों को उन्होंने ढेर कर दिया था। जिसके बाद उन्हें सेना मेडल देकर सम्मानित किया गया था। मनप्रीत सिंह 19 राष्ट्रीय राइफल के कर्नल थे। सेना की इसी बटालियन ने 2016 में आतंकी बुरहान वानी को ठिकाने लगाया था।
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