Edited By Shivam, Updated: 09 Jan, 2021 12:25 AM
तीन कृषि कानूनों की खिलाफत को लेकर देश भर में अलग-अलग तरह से विरोध हो रहा है। किसान दिल्ली की सीमाओं पर गत 45 दिनों से डेरा डाले हुए हैं, जिन्हें अलग-अलग तरह से समर्थन दिया जा रहा है। कहीं ट्रैक्टर ट्रालियों से कृषि कानूनों के खिलाफ रोष रैली निकाल...
ऐलनाबाद (सुरेन्द्र सरदाना): तीन कृषि कानूनों की खिलाफत को लेकर देश भर में अलग-अलग तरह से विरोध हो रहा है। किसान दिल्ली की सीमाओं पर गत 45 दिनों से डेरा डाले हुए हैं, जिन्हें अलग-अलग तरह से समर्थन दिया जा रहा है। कहीं ट्रैक्टर ट्रालियों से कृषि कानूनों के खिलाफ रोष रैली निकाल कर समर्थन किया जा रहा है तो कहीं किसी अन्य प्रकार की किसानों की मदद कर किसान आंदोलन का समर्थन किया जा रहा है।
इनमें से ही एक ऐलनाबाद खण्ड के गांव भूरटवाला का रहने वाला युवक पुनीत आर्या है, जिसने अनोखे अंदाज और जुनून से किसान आंदोलन का समर्थन किया है। पुनीत कृषि कानूनों के विरोधस्वरूप अपने गांव से उल्टे पांव पैदल चल कर दिल्ली के लिए रवाना हुआ।
इससे पहले पुनीत ने बताया कि सर्दी की इन रातों में किसानों द्वारा अपनी मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर बैठे होने पर भी केंद्र सरकार द्वारा किसानों पर रहम न करने से व्यथित है। उसने अपने गांव से लगभग 300 किलोमीटर उल्टे पांव पैदल चलकर किसान आंदोलन में पहुंचने का निर्णय लिया है।
पुनीत यह कोई पहली बार नहीं कर रहा है। वह पहले भी ऐसा अनोखा जज्बे भरा कार्य कर चुका है। पुनीत ने बताया कि पुलवामा हमले में शहीद हुए देश के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए वह 14 फरवरी 2020 को उल्टे पांव पैदल चलकर अपने गांव भुरटवाला से दिल्ली गया था।